महामाया मंदिर 12वीं से बना हुआ है। यहां दोहरी देवी सरस्वती और लक्ष्मी को समर्पित ये मंदिर वास्तुकला की नागर शैली का है। ये मंदिर रतनपुर में स्थित है।
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चंद्रहासिनी देवी मंदिर
मां चंद्रहासिनी को समर्पित ये मंदिर महानदी के तट पर स्थित है। ये मंदिर दैनिक अनुष्ठान तथा पूजा के लिए जाना जाता है।
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दंतेश्वरी मंदिर
दंतेश्वरी देशभर में 52 शक्ति मंदिरों का प्रतिनिधित्व करता है। इस मंदिर का नाम दंतेवाड़ा काकतीय शासकों के तत्कालीन पीठासीन देवता से मिलता है।
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भोरम देव मंदिर
ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर के परिसर में चार मंदिर हैं। ये मंदिर वास्तु शिल्पीय चमत्कार से कम नहीं है।
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बंजारी माता मंदिर
ये मंदिर शहर के लोकप्रिय मंदिर में से एक है। ये पवित्र मंदिर देवी बंजारी माता को समर्पित है। रायपुर और अंबिकापुर राज्य राजमार्ग के माध्यम से इस मंदिर में पहुंचा जाता है।
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मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर
ये मंदिर डोंगरगढ़ में स्थित है। इस मंदिर को छोटी बम्लेश्वरी के नाम से भी जाना जाता है। छोटी बम्लेश्वरी मां बम्लेश्वरी देवी के मुख्य परिसर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर है।
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मड़वारानी मंदिर
ये मंदिर के छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कोरबा चम्पा रोड पर कुछ किलोमीटर की दूरी पर एक छोटे पर्वत पर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में हुआ था।
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