Nobel Prize: नोबेल प्राइस दुनिया के सबसे लोकप्रिय और प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों में से एक है. नोबेल प्राइज की शुरुआत सन् 1901 में हुई थी. हर साल मिस्ट्री, फिजिक्स, लिटरेचर, शांति आदि जैसी करीब 5 से 6 अलग-अलग कैटेगरी में बेहतरीन काम करने वाले लोगों को इस पुरस्कार से नवाजा जाता है.
नोबेल प्राइज के विजेताओं को सर्टिफिकेट और गोल्ड मेडल के साथ नकद राशि भी दी जाती है. क्या आप जानते हैं नोबेल पुरस्कार जीतने पर कितनी धनराशि दी जाती है? क्या आप जानते है कि धनराशि का पैसा कहां से आता है? आइए जानते हैं...
नोबेल प्राइज के संस्थापक अल्फ्रेड नोबेल के मुताबिक नोबेल पुरस्कार हर साल उन लोगों को दिया जाने वाला पुरस्कार है जिन्होंने "मानव जाति को सबसे बड़ा लाभ पहुंचाया है." नोबेल पुरस्कार संगठन के अनुसार जब अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु हुई, तो उन्होंने अपनी अधिकांश संपत्ति इन पुरस्कारों की स्थापना के लिए छोड़ दी थी.
पिछले साल की पुरस्कार राशि 11 मिलियन स्वीडिश क्रोना या लगभग 993,000 डॉलर(करीब 8 करोड़ रुपए) थी. साल 2022 में नोबेल प्राइज मनी 8.8 मिलियन स्वीडिश क्रोना थी.
अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत में कहा गया है कि पुरस्कारों को उनकी संपत्ति के निवेश, मुख्य रूप से डायनामाइट के आविष्कार से उत्पन्न ब्याज से वित्त पोषित किया जाना चाहिए. यह पुरस्कार 1901 से चल रहा है और जब अल्फ्रेड नोबेल ने पुरस्कारों को निधि देने और विजेताओं के वित्तीय मुआवजे की लागत को कवर करने के लिए लगभग 31 मिलियन स्वीडिश क्राउन (आज के पैसे में लगभग 2.2 बिलियन स्वीडिश क्राउन) छोड़े थे.
नोबेल प्राइज की श्रेणियों में भौतिकी, रसायन विज्ञान, शरीर विज्ञान या चिकित्सा, साहित्य और शांति शामिल है. इसमें अर्थशास्त्र में पुरस्कार भी शामिल है, जो 1968 में स्वीडिश केंद्रीय बैंक स्वेरिजेस रिक्सबैंक के दान से बनाया गया था.
नोबेल पुरस्कारों के लिए नामांकन प्रक्रिया हर साल सितंबर में शुरू होती है, जिसमें हजारों शिक्षाविद, वैज्ञानिक, पूर्व विजेता और संसदीय सदस्य उम्मीदवार प्रस्तुत करते हैं. इसके 4 महीने बाद 31 जनवरी मे सबमिशन होता है जिसके बाद समिति नामांकन की जांच करती है. बाद में विशेषज्ञ परामर्श की मदद से लिस्ट करीब 15 नामों तक सीमित रह जाती है. First Updated : Friday, 11 October 2024