पिता विक्रम किर्लोस्कर के निधन के बाद अब टाटा घराने की बहू संभालेंगी कंपनी की जिम्मेदारी,जाने कौन है टाटा घराने की बहू
पिछले वर्ष नवंबर में विक्रम किर्लोस्कर की निधन के बाद अब टाटा कंपनी की कमान उनकी बहू को सौंप दिया गया है। दिसंबर 2022 में टोयटा इंडस्ट्रीज Engine India Pvt Ltd और किर्लोस्क टोयटा टेक्सटाइल समेत अन्य कई बोर्ड ने मानसी टाटा को संयुक्त उद्यम कंपनियों नें नियुक्त किया था
पिछले वर्ष नवंबर में विक्रम किर्लोस्कर की निधन के बाद अब टाटा कंपनी की कमान उनकी बहू को सौंप दिया गया है।दिसंबर 2022 में टोयटा इंडस्ट्रीज Engine India Pvt Ltd और किर्लोस्क टोयटा टेक्सटाइल समेत अन्य कई बोर्ड ने मानसी टाटा को संयुक्त उद्यम कंपनियों नें नियुक्त किया था
देश के सबसे पुराने कंपनी टाटा सबसे बड़ी कंपनियो में से एक है। 157 वर्ष पुरानी इस कंपनी को अब टाटा घराने की बहु के हाथ में सौंप दिया गया है। पिता के निधन के बाद अब मानसी टाटा कंपनी को नई दिशा देंगी।
बिते साल उनके पिता विक्रम किर्लोस्कर यानी टाटा कंपनी के वाइस चेयरपर्सन का निधन हो गया। निधन के बाद उनकी एकलौती बेटी मानसी टाटा को उनकी विरासत संभालने का भार सौंपा है।
टोयटा को भारत में लाए थे विक्रम किर्लोस्कर
जपानी ऑटोमेकर टोयटा को भारत में सबसे पहले लाने वाले विक्रम किर्लोस्कर है। सन्1977 में विक्रम किर्लोस्कर ने भारत में अपना कारोबार किर्लोस्कर ग्रुप के जरिए जपानी ऑटोमेकर टोयोटा का शुरुआत किया था। उसके बाद टोयटा का कारोबार भारत में तेजी से रफ्तार पकड़ लिया और टॉप बिजनेस लिस्ट में शामिल हो गया। दुख की बात है कि कंपनी के वाइस चेयरपर्सन की भूमिका निभाने वाले विक्रम किर्लोस्कर का निधन 29 नवंबर को हार्ट अटैक से हो गया। विक्रम किर्लोस्कर की उम्र महज 64 वर्ष था।
रतन टाटा से है खास नाता
टोयटा को भारत में लाने वाले विक्रम किर्लोस्कर का गहरा संबध रतन टाटा से भी है। दरअसल रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा का विवाह विक्रम किर्लोस्कर की बेटी मानसी से 2019 में हुई थी। इस लिहाज से देखा जाए तो इनके बीच समधी का रिस्ता है। हालंकि रतन टाटा अविवाहित है।