(भाषा) ऑनलाइन भुगतान फर्म भारतपे की सबसे बड़ी शेयरधारक सिकोया कैपिटल ने रविवार को मौजूदा विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि इरादतन कदाचार या धोखाधड़ी को लेकर उसका सख्त रुख जारी रहेगा। सिकोया कैपिटल ने भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर को वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप में हटाए जाने के मामले का सीधे तौर पर जिक्र नहीं किया लेकिन उसने साफ शब्दों में कहा कि कोई भी गड़बड़ी साबित होने पर वह उसे तनिक भी बर्दाश्त नहीं करेगी।
अमेरिकी उद्यम पूंजी फर्म सिकोया ने एक ब्लॉग में कहा, ‘‘हम साबित कदाचार के मामले में थोड़ी भी सहनशीलता नहीं रखेंगे। हम कंपनी और कर्मचारियों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए कदम उठाने से गुरेज नहीं करेंगे, चाहे हमें इसकी वित्तीय रूप से कीमत ही चुकानी पड़े। जहां भी हमें जरूरी लगेगा, हम कड़े कदम उठाएंगे।’’ सिकोया कैपिटल ने कहा, ‘‘हाल में कुछ कंपनियों के संस्थापकों के खिलाफ कदाचार में लिप्त रहने या खराब प्रबंधन के आरोपों की जांच हुई है।
इस तरह के आरोप काफी परेशान करने वाले हैं।’’ हालांकि भारतपे में 19.6 फीसदी की हिस्सेदारी रखने वाली सिकोया ने यह नहीं बताया कि बाहरी ऑडिट में कामकाज से जुड़ी गंभीर खामियां पाए जाने के बाद ग्रोवर को सभी पदों से हटाने पर उसकी तरफ से जोर दिया गया था या नहीं। First Updated : Sunday, 17 April 2022