5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से तीन दिन में मिलीं 1,49,623 करोड़ रुपये की बोलियां

पांचवीं पीढ़ी के स्पेक्ट्रम 5G की नीलामी के तीसरे दिन गुरुवार तक 16 दौर की नीलामी में कुल 1,49,623 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुई हैं। स्पेक्ट्रम के लिए नीलामी के लिए चौथे दिन शुक्रवार को भी नीलामी जारी रहेगी।

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 5G spectrum auction: पांचवीं पीढ़ी के स्पेक्ट्रम 5G की नीलामी के तीसरे दिन गुरुवार तक 16 दौर की नीलामी में कुल 1,49,623 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुई हैं। स्पेक्ट्रम के लिए नीलामी के लिए चौथे दिन शुक्रवार को भी नीलामी जारी रहेगी।

मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 5G स्पेक्ट्रम के लिए तीन दिन में 16 दौर की बोली संपन्न हुई है। नीलामी का तीसरा दिन समाप्त होने तक सरकार को इससे कुल 1,49,623 करोड़ रुपये की बोलियां मिली हैं। वैष्णव ने बताया कि नीलामी के दूसरे दिन बुधवार को नौवें दौर की नीलामी में 1,49,454 करोड़ रुपये की बोलियां मिली थीं। तीसरे दिन गुरुवार तक 16 दौर की नीलामी में कुल 1,49,623 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार दूरसंचार सेवाओं को गांवों तक ले जाने को प्रतिबद्ध है। इसलिए 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए चौथे दिन की बोली शुक्रवार को भी जारी रहेगी।

5जी स्पेक्ट्रम के लिए निजी क्षेत्र की चार प्रमुख दूरसंचार कंपनियां रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और अडाणी एंटरप्राइजेज इस नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा ले रही है। देश में 5जी सर्विस आने से इंटरनेट की गति 4जी के मुकाबले करीब 10 गुना ज्यादा हो जाएगी। 5जी स्पेक्ट्रम की वैधता 20 साल के लिए होगी। 5जी स्पेक्ट्रम के लिए चार प्रमुख दूरसंचार मोबाइल कंपनियों ने 21,800 करोड़ रुपये बतौर बयाना जमा कराया है।

रिलायंस जियो ने 5जी स्पेक्ट्रम के लिए 14 हजार करोड़ रुपये एयरटेल ने 5,500 करोड़ रुपये, वीआई ने 2,200 करोड़ रुपये और अडानी डेटा नेटवर्क्स ने 100 करोड़ रुपये जमा कराया है। इन कंपनियों ने 5जी स्पेक्ट्रम के लिए आक्रामक तरीके से बोली लगाई है। सरकार ने 5जी स्पेक्ट्रम को 14 अगस्त तक आवंटित किये जाने का लक्ष्य रखा है, जबकि इसकी सर्विस इस साल के अंत तक देश के कई शहरों में शुरू होने की उम्मीद है। First Updated : Thursday, 28 July 2022