शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक आउटरीच इवेंट में शामिल हुईं। उनके साथ वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने भी इस कार्यक्रम भाग लिया। इस दौरान अडानी ग्रुप के एफपीओ के कैंसिल होने के विवाद पर उन्होंने बयान दिया है। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की इकॉनमी मजबूत स्थिति में है। अडानी एंटरप्राइजेस मामले का असर भारत की अर्थव्यवस्था पर नहीं होगा। निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2024 के लिए देश का आम बजट पेश किया गया है। इस बजट का मुख्य फोकस देश के विकास पर है।
हर क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए यह बजट बनाया गया है। इसमें राजकोषीय समेकन और विकास दोनों पर बराबर ध्यान दिया गया है। सरकार का लक्ष्य है उन दोनों के बीच संतुलन बनाना। आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि “नागरिकों ने देश को सबसे तेजी से बढ़ती इकॉनमी बनाने के लिए सरकार के द्वारा शुरू की गई राहत और नीतिगत उपायों को आत्मसात किया”।
कार्यक्रम में वित्त मंत्री से अडानी विवाद पर सवाल पूछा गया कि क्या अडानी एफपीओ पुलआउट का असर भारते के बाजार पर पड़ेगा? इसका जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि “हमारे मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल या अर्थव्यवस्था की छवि प्रभावित नहीं हुई है। पिछले 2 दिनों में विदेशी मुद्रा भंडार 8 बिलियन बढ़ गया है।“ उन्होंने आगे कहा कि एफपीओ आते हैं और चले जाते हैं। उतार-चढ़ाव मार्केट में होता है। आपको बता दें कि नियामक एजेंसियां अपना कार्य कर रही हैं। जिससे मार्केट अच्छी तरह से चले, इसके लिए सेबी अपना काम कर रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सेबी के पास अडानी FPO कैंसिल मामले से निपटने के सभी साधन हैं। First Updated : Sunday, 05 February 2023