Foreign Trade Policy 2023 : आज भारत को मिली नई विदेश व्यापार नीति, केंद्रीय मंत्री ने किया लॉन्च

शुक्रवार 31 मार्च, 2023 को भारत की नई विदेश व्यापार नीति लॉन्च हुई है। लंबे समय से देश इस पॉलिसी का इंतजार कर रहा था, लेकिन आझ यह इंतजार खत्म हो गया है।

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शुक्रवार 31 मार्च, 2023 को भारत की नई विदेश व्यापार नीति लॉन्च हुई है। लंबे समय से देश इस पॉलिसी का इंतजार कर रहा था, लेकिन आझ यह इंतजार खत्म हो गया है। आपको बता दें कि केंद्रीय वाणिज्यिक और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारती की नई विदेश व्यापार नीति 2023-28 को लॉन्च कर दिया है। इस नीति का उद्देश्य भारत के निर्यात को साल 2030 तक 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाना है।

नई विदेश नीति को पेश करते समय केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस नीति का लक्ष्य रुपये में इंटरनेशनल बिजनेस को बढ़ाना है। उन्होंने जानकारी दी कि यह पॉलिसी शनिवार यानी 1 अप्रैल 2023 से लागू हो जाएगी।

इस अवसर पर विदेश व्यापार महानिदेशालय संतोष सारंगी ने कहा कि वित्त वर्ष 2023 में भारत का कुल निर्यात 2021-22 में 676 अरब डॉलर हुआ था। लेकिन इस वर्ष यह 760 अरब डॉलर होने का अनुमान है।

पॉलिसी में मिलेगा लाभ

नई विदेश व्यापार नीति पांच सालों के लिए है। इसे समाप्त करने की तारीख के बारे में नहीं बताया गया है। वहीं इस पॉलिसी के तहत ई-कॉमर्स निर्यात 2023 तक 200-300 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। इसके अलावा इस नीति के तहत कूरियर सेवा के होने वाले निर्यात को बढ़ाकर 10 लाख रुपये प्रति खेप हो सकता है। जोकि पहले 5 लाख रुपये प्रति खेप होता था।

डीजीएफटी ने आगे कहा कि “नई विदेश व्यापार नीति 2023 उभरते व्यापार परिदृश्य के लिए गतिशील और उत्तरदायी है”। “कॉमर्स विभाग को 'फ्यूचर रेडी' बनाने के लिए पुनर्गठित किया जा रहा है”। इसके अलावा ई-कॉमर्स नए एस्कपोर्ट हब स्थापित किए जाएंगे।

आपको बता दें कि इस नई पॉलिसी में कोई क्लॉज नहीं है। फरीदाबाद, मिर्जापुर, वाराणसी और मुरादाबाद एक्सपोर्ट एक्सीलेंस शहरों की लिस्ट में शामिल किया गया है।

रुपये को ग्लोबल करेंसी बनाने का उद्देश्य

नई विदेश व्यापार नीति में रुपये को ग्लोबल करेंसी बनाने का लक्ष्य है। इसके लिए केंद्र सरकार ने रुपये में ट्रेड सेटलमेंट की मंजूरी दे दी है। साल 2030 से पहले 2 कोरड़ डॉलर के एस्सपोर्ट को हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है। First Updated : Friday, 31 March 2023

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