रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के नीतिगत दर में वृद्धि के बद बैंकों और वित्तीय संस्थानों में कर्ज पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। निजी क्षेत्र के सबसे बड़े आवासीय लोन देने वाली कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड ने रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट (आरबीएलआर) 0.50 फीसदी बढ़ा दिया है। बैंक की नई आरबीएलआर दर 10 जून, 2022 से प्रभावी हो गई है। एचडीएफसी लिमिटेड ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि होम लोन के लिए खुदरा प्रधान उधारी दर 0.50 फीसदी बढ़ाई गई है।
बता दें कि HDFC की होम लोन पर ब्याज की दरें 7.55 फीसदी से शुरू होती हैं। ऐसे में एचडीएफसी से अब होम लोन लेना और महंगा हो जाएगा, जबकि पहले के लोन पर ईएमआई दरें बढ़ जाएंगी। वहीं, सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने भी रेपो रेट पर आधारित ब्याज दर 0.50 फीसदी का इजाफा किया है। आईओबी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया गया है कि बैंक ने रेपो आधारित उधारी दर (आरएलएलआर) 0.50 फीसदी बढ़ाकर 7.75 फीसदी कर दिया गया है। इंडियन ओवरसीज बैंक की रेपो रेट पर आधारित नई ब्याज दर 10 जून, 2022 से प्रभावी हो गई है।
दरअसल इससे पहले सार्वजनिक क्षेत्र के तीन बैंकों पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और निजी क्षेत्र के आाईसीआईसी बैंक ने रेपो आधारित ब्याज दर में 0.50 फीसदी का इजाफा किया था। उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने नीतिगत ब्याज दर (रेपो रेट) में 0.50 फीसदी का इजाफा कर 4.90 फीसदी कर दिया है। रिजर्व बैंक के रेपो रेट में इस बढ़ोत्तरी के बाद सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंकों ने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट और उधारी पर ब्याज में बढ़ोत्तरी करना शुरू कर दिया है। बैंकों के कर्ज की ब्याज दर में इजाफा के बाद इन कार लोन, होम लोन और ऑटो लोन अब और महंगा हो जाएगा तथा मौजूदा लोन की ईएमआई की दरें भी बढ़ जाएगी। First Updated : Friday, 10 June 2022