देश में लगातार महंगाई बढ़ती जा रही हैं जिसके चलते आम आदमी को काफी कठनाईयों का सामना भी करना पड़ रहां हैं। आम आदमी की जेब पर इसका असर देखने को मिल रहा है। फिलहाल देश में महंगाई दर 6 फीसदी से उपर है। लेकिन अब आने वाले समय में महंगाई से थोड़ी राहत मिलने वाली है। जिसको लेकर औद्योगिक उत्पादन के डेटा पर सभी की नजरें रहेंगी। इस डाटा को औद्योगिक उत्पादन 11 नवंबर को पेश करेगी।
अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि अक्टूबर माह में खुदरा महंगाई फरवरी 2022 के बाद से सबसे कम रहना का अनुमान है। रॉयटर्स के एक सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल दुनियाभर की अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ रही है। यहां तक की दुनिया की सबसे बड़ी कई अर्थव्यवस्थाओं के विकास दर में लगातार गिरावट आ रही हैं। जहां कई देश आर्थिक मंदी के बुरे दौर गुजर रहें है तो कई देश इसकी तरफ बढ़ रहें।
आर्थिक मंदी को रोक पाने में कैंद्रीय बैंक लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहें हैं लेकिन इससे हो कुछ नहीं रहा हैं इसके अलावा रोजगार लगातार कम होता जा रहा हैं। जिससे कई देशों में आने वाले समय में इसके घातक परिणाम देखने को मिलेंगे। कई देशों के कैंद्रीय बैंक महंगाई को कम करने के लिए लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहें है जिसका सीधा असर उन देशों की इकोनॉमी पर देखने को मिल रहा हैं।
कुछ अर्थशास्त्रियों का कहना है कि, आने वाले समय में भी महंगाई ऐसे ही बरकार रहेगी। इसको लेकर कुछ कैंद्रीय बैंकों ने तो ब्याज दरों को दो तिहाई तक बढ़ा दिया हैं। अब ये तो देखने वाली बात होगी कि, आने वाले समय से आम जनता को देश की करकारें कैसे महंगाई से निजात दिलाएगी।
और पढ़ें............
आखिर Facebook को क्यों करनी पड़ी 11000 कर्मचारियों की छटनी? First Updated : Thursday, 10 November 2022