शुक्रवार को केंद्रीय पेट्रोलियम और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप एस पुरी राजस्थान में तीन दिवसीय दक्षिण एशियाई भूविज्ञान सम्मेलन जियो इंडिया 2022 में शामिल हुए। इस दौरान हरदीप पुरी ने कहा कि, भारत साल 2030 तक कच्चे तेल की अपनी मांग का 25 प्रतिशत उत्पादन करने में सक्षम होगा। वर्तमान में हमारे देश में प्रतिदिन 50 लाख बैरल पेट्रोलियम की खपत हो रही है और इसमें तीन प्रतिशत की वृद्धि भी हो रही है, जो वैश्विक औसत लगभग एक प्रतिशत से अधिक है।
उन्होंने कहा कि, इसका मतलब जो भी दाम होंगे वो बाजार तय करेगा। केंद्र और राज्य सरकार अपने स्तर पर टैक्स कम कर सकती है जो केंद्र सरकार और कुछ राज्य सरकारों ने कम किया। पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में US में 43% और कनाडा में 46% की बढ़त्तरी हुई है, भारत में सिर्फ 2% की बढ़त्तरी हुई है। कांग्रेस ने 2010 में इस सेक्टर को नियंत्रण मुक्त कर दिया। उन्होंने कहा कि, पेट्रोल में इथेनॉल-मिश्रण प्रतिशत 2013 में 0.67 प्रतिशत से बढ़कर मई 2022 में 10 प्रतिशत हो गया है।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यह 2.7 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन को कम कर रहा है जो पर्यावरण के लिए अच्छा है। इससे पहले राजेश कुमार श्रीवास्तव, सीएमडी, ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड ने कहा, "जियो इंडिया पिछले 14 वर्षों में एसोसिएशन ऑफ पेट्रोलियम जियोलॉजिस्ट्स (एपीजी) इंडिया के तत्वावधान में एक प्रमुख नेता रहा है। द्विवार्षिक दक्षिण एशियाई भूविज्ञान सम्मेलन और प्रदर्शनी आकार और अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी के संदर्भ में विकसित हुई है
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