भारत में मेटल कम्पोज़िट पैनल्स के प्रमुख निर्माता अल्यूडेकोर(Aludecor) और दुनियाभर में जिंक सामग्री के अग्रणी निर्माता नेडजिंक(Nedzink) ने बिल्डिंग मटेरियल के टिकाऊ समाधानों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस करार के बाद अपने क्षेत्रों के ये दोनों दिग्गज भारतीय निर्माण उद्योग में पर्यावरण अनुकूल और टिकाऊ समाधानों को पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
अल्यूडेकोर भारत में एल्युमीनियम कम्पोजिट पैनल्स (Aluminum composite panels) बनाने की अग्रणी कंपनी है। एल्युमीनियम कम्पोजिट पैनल्स या एसीपी एक किस्म के सैंडविच पैनल्स होते हैं जिनमें दो एल्युमीनियम शीट किसी नॉन-एल्युमीनियम कोर के द्वारा आपस में बंधी हुई होती है। एसीपी या एल्युमीनियम कम्पोजिट पैनल्स आधुनिक समय के क्लैडिंग मटेरियल हैं जिनका प्रयोग भवन निर्माण के दौरान फैकेड, इंटीरियर, साइनेज, मॉडुलर किचन आदि बनाने में किया जाता है।
अल्यूडेकोर की नेडजिंक के साथ भागीदारी भारत के बिल्डिंग मटेरियल सेक्टर के लिए बड़ी उपलब्धि है। नेडजिंक 130 साल से यूरोप और दुनियाभर के अन्य देशों में इमारतें बनाने के लिए जिंक उपलब्ध करा रहा है। अब तक भारत में जिंक का उपयोग इसकी क्षमता से कम ही हुआ है, परन्तु मौजूदा समय में भारत इस टिकाऊ धातु के तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है। अल्यूडेकोर ने नेडजिंक के साथ आकर भारत में जिंक प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने का फैसला किया है, इसमें नेडजिंक की प्रसिद्ध और विश्वस्तरीय जिंक निर्माण क्षमताओं का लाभ उठाया जाएगा।
बता दें कि अल्यूडेकोर(Aludecor) भारत में नेडजिंक का एक्सक्लूसिव सेल्स पार्टनर होगा। भारतीय ग्राहकों को इस साझेदारी से बहुत फायदा होने वाला है क्योंकि जिंक सबसे अधिक मान्यता प्राप्त टिकाऊ सामग्रियों में से एक है और आधुनिक जीवन के लिए बेहद आवश्यक भी। जिंक अत्यधिक विश्वसनीय निर्माण सामग्री है जो इमारतों को 75 से 100 वर्षों के बीच की उम्र प्रदान करती है। जिंक की 80 प्रतिशत से अधिक रीसाइक्लिंग की जा सकती है। जिंक के सेल्फ हीलिंग गुण किसी और धातु में नहीं मिलते हैं, जो इसे छत और फैकेड के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बनाते हैं।
अल्यूडेकोर के सीएमडी अशोक कुमार भैया ने कहा "यह हमारे देश के लिए एक महान क्षण है, जब हमारे देश में ग्रीन, टिकाऊ और रीसाइकल योग्य प्रोडक्ट को लाने के लिए अपने क्षेत्र के दो बड़े दिग्गजों ने हाथ मिलाया है। जिंक ज्यादा टिकाऊ धातु है, 100% तक रीसाइकल हो जाती है, ज्यादा चलती है, मेंटेनेंस भी नहीं है, ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन बेहद कम है, सेल्फ हीलिंग है और खनन से उत्पादन की प्रक्रिया में अन्य धातुओं के मुकाबले काफी कम ऊर्जा की खपत होती है। निश्चित तौर पर हमारे समाज के लिए जिंक बहुत अधिक फायदेमंद है।" अशोक कुमार भैया ने यह भी कहा कि "हम रोल्ड टाइटेनियम जिंक को फैकेड क्लैडिंग, छत बनाने की सामग्री में और अन्य इनोवेटिव इस्तेमालों के लिए उपलब्ध कराएंगे।"
नेडजिंक के ग्रुप बिजिनेस डायरेक्टर इरपवन स्मी्स कहते हैं, “भारत हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण बाजार है। हम यहां अपने प्रोडक्ट्स को लोकप्रिय बनाने के लिए अल्यूडेकोर के साथ मिलकर आक्रामक रूप से काम करने जा रहे है। First Updated : Wednesday, 13 July 2022