एलआईसी ने निवेशकों को किया निराश, निवेशकों को करीब 25 प्रतिशत का नुकसान
घरेलू शेयर बाजार में इस साल के सबसे चर्चित और सबसे बड़े एलआईसी के आईपीओ ने अपने निवेशकों को काफी निराश किया है।
घरेलू शेयर बाजार में इस साल के सबसे चर्चित और सबसे बड़े एलआईसी के आईपीओ ने अपने निवेशकों को काफी निराश किया है। शेयर बाजार में लिस्ट होने के 1 महीने से कम की अवधि में ही एलआईसी का शेयर अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। 949 रुपये का ये शेयर शुक्रवार को 709.70 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान ये शेयर गिरकर 708.05 रुपये के स्तर तक भी गिर गया था, जो इस शेयर का अभी तक का सबसे निचला स्तर है।
एलआईसी के शेयर मूल्यों में आई इस जोरदार गिरावट के कारण एलआईसी के मार्केट वैल्यू भी 1 महीने से भी कम समय में करीब एक चौथाई कम हो चुकी है। 949 रुपये इश्यू प्राइस के हिसाब से एलआईसी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 6,00,242 करोड़ रुपये आंका गया था लेकिन शेयर मूल्यों में प्रति शेयर करीब 240 रुपये की कमी आ जाने के कारण शुक्रवार को एलआईसी का मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 4,58,024 करोड़ रुपये रह गया।
गौरतलब है कि शेयर बाजार में लिस्टिंग होने के बाद से ही एलआईसी के शेयर में गिरावट का सिलसिला जारी है। ये शेयर दिन प्रतिदिन नीचे की ओर से लुढ़कता जा रहा है, जिसके कारण सामान्य निवेशकों के साथ ही डिस्काउंट पर शेयर हासिल करने वाले पॉलिसी होल्डर्स, एलआईसी के कर्मचारी और खुदरा निवेशकों के लिए भी अभी तक अपना मूल निवेश निकाल पाना संभव नहीं हो सका है।
जानकारों का कहना है कि एलआईसी के शेयर की कीमत में अभी और भी गिरावट आ सकती है। खासकर अगले कारोबारी सप्ताह के दौरान एलआईसी के शेयर 700 रुपये के स्तर से भी नीचे जा सकते हैं। दरअसल, 13 जून यानी सोमवार को एलआईसी के एंकर इन्वेस्टर्स के लिए नियत 1 महीने का लॉक इन पीरियड खत्म हो जाएगा। लॉक इन पीरियड खत्म होने के बाद एंकर इन्वेस्टर्स अपना फंसा हुआ पैसा निकालने के लिए अपने पास पड़े एलआईसी के शेयर को बेचना शुरू कर सकते हैं। ऐसा होने की स्थिति में इन शेयरों की कीमत में और भी गिरावट आ सकती है।
आईपीओ के पहले एंकर इन्वेस्टर्स ने एलआईसी के 949 रुपये के इश्यू प्राइस पर 5.93 करोड़ शेयर खरीदे थे। एंकर इन्वेस्टर्स में ज्यादातर इन्वेस्टर भारतीय बाजार में एक्टिव म्यूचुअल फंड कंपनियां हैं, जिन्हें एलआईसी में किए गए अपने निवेश के कारण अभी तक करीब 25 प्रतिशत तक का नुकसान हो चुका है। ऐसे में ये इन्वेस्टर्स आने वाले दिनों में और नुकसान से बचने के लिए अपने पास पड़े एलआईसी के शेयर को बेचने का रास्ता अपना सकते हैं। जिससे आने वाले दिनों में एलआईसी के शेयरों की कीमत में और भी गिरावट आ सकती है।
हालांकि अभी ज्यादातर म्यूचुअल फंड कंपनियों ने एलआईसी के शेयर के लिए प्रकट तौर पर होल्ड की रेटिंग दी है। यानी अभी इन शेयरों को आने वाले अच्छे दिनों के इंतजार में रोक कर रखा जाना चाहिए। इसके बावजूद अंदरखाने से खबर इस बात की भी है कि ज्यादातर म्यूचुअल फंड कंपनियां और बड़े नुकसान से बचने के लिए तत्काल एलआईसी के शेयरों को बेच सकती हैं।