मारुती सुज़ुकी का तीसरी तिमाही का मुनाफ़ा 2351 करोड़ रुपये बढ़ा
वर्तमान वित्त वर्ष 2023 में मारुती सुज़ुकी का तीसरी तिमाही का मुनाफा 2351 करोड़ रुपये बढ़कर, आय 29,044 करोड़ रुपये हो गया है जबकि वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 1011 करोड़ रुपये रहा था, वहीँ 2022 की तीसरी तिमाही में आय बढ़कर 23,246 करोड़ रुपये हो गई थी।
वर्तमान वित्त वर्ष 2023 में मारुती सुज़ुकी का तीसरी तिमाही का मुनाफा 2351 करोड़ रुपये बढ़कर, आय 29,044 करोड़ रुपये हो गया है जबकि वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 1011 करोड़ रुपये रहा था, वहीँ 2022 की तीसरी तिमाही में आय बढ़कर 23,246 करोड़ रुपये हो गई थी। कंपनी का स्टैंड अलोन मुनाफ़ा अनुमान से ज़यादा रहा है और स्टैंड अलोन आय में भी वृद्धि हुई है। तीसरी तिमाही में कंपनी का EBITDA भी अनुमान से ज़यादा रहा है।
क्रमिक रूप से बॉटम लाइन में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि टॉप लाइन में 3 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। परिचालन लाभ, ब्याज, कर, परिशोधन से पहले कमाई के रूप में गणना की गई जो की वर्ष पर 82 प्रतिशत बढ़ी। ऑपरेटिंग मार्जिन में 304 बेसिस पॉइंट का तेज़ सुधार हुआ है और ये 9.75 प्रतिशत हो गया है। दो साल में पहली बार वाहन निर्माता का मार्जिन 9.5 प्रतिशत से अधिक हो गया है। कई तिमाहियों के बाद, वाहन के कच्चे माल की लागत पर राहत मिली है। इनपुट लागत 2 प्रतिशत लेकिन 92 प्रतिशत से अधिक घटकर 10,213 करोड़ रूपये रह गई।
कच्चे माल की लगत में साल दर साल 310 bps की गिरावट आई है। देश के सबसे बड़े कार निर्माताओं में से एक मारुती सुज़ुकी ने 2022 में 19,40,067 इकाइयों की अब तक की सबसे अधिक बिक्री और 2,63,068 इकाइयों का निर्यात किया। इसका संचयी उत्पादन 25 मिलियन यूनिट को पार कर गया है। कंपनी का बिक्री नेटवर्क बढ़कर 3,500 आउटलेट हो गया है और कंपनी ने वर्ष 2022 में रेलवे द्वारा 3.2 लाख वाहनों का रिकॉर्ड डिस्पैच किया है। निफ़्टी 50 पर स्टॉक दूसरा सबसे बड़ा लाभार्थी था, जो लगभग 3 प्रतिशत बढ़कर 8658.20 रुपये पर था।