अब वोडाफोन भी करने जा रहा है छंटनी, इतने कर्मचारी होंगे बेरोजगार
आईटी और टेक कंपनियों के बाद अब टेलीकॉम कंपनियां भी छटनी करने का मन बना रही है। टेलीकॉम कंपनियों मे सबसे पहले वोडाफोन कंपनियां पांच सालों के बाद अब सबसे बड़ी छटनी करने जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेन और फ्रांस सहित कई यूरोपीय मार्केट में वोडाफोन की वैल्युएशन में 50 फीसदी तक की गिरावट आई है
कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन के युद्ध के बाद दुनियाभर में मंदी का दौर जारी है मंदी का सबसे ज्यादा असर आईटी कंपनियों पर देखने को मिल रहा है। दुनिया की बड़ी आईटी कंपनियों ने छटनी शुरू की और नौकरियों पर पाबंदी लगाई। आईटी और टेक कंपनियों के बाद अब टेलीकॉम कंपनियां भी छटनी करने का मन बना रही है। टेलीकॉम कंपनियों मे सबसे पहले वोडाफोन कंपनियां पांच सालों के बाद अब सबसे बड़ी छंटनी करने जा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेन और फ्रांस सहित कई यूरोपीय मार्केट में वोडाफोन की वैल्युएशन में 50 फीसदी तक की गिरावट आई है और साल 2026 तक वोडाफोन 1.08 डॉलर के कॉस्ट कटिंग का प्लान बना रहा है जिसके चलते अब वोडाफोन कर्मचारियों की छंटनी का मन बना रहा है। दुनियाभर में वोडाफोन के करीब 104,000 कर्मचारी काम कर रहे है और हर देश में यह कंपनी अलग-अलग नाम से काम कर रही है जैसे कि स्पेन में यह कंपनी टेलीफोनिका और फ्रांस में यह ऑरेंज नाम से है। भारत में यह वोडाफोन आइडिया (वीआई) के नाम से काम कर रही है।
जानकारी के मुताबिक कर्मचारी छंटनी का असर यूरोपीय देशों में ज्यादा देखने को मिलेगा। जिसकी शुरुआत वोडाफोन लंदन से करेगा। यानी लंदन में सबसे पहले वोडाफोन कर्मचारियों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ेंगी। हालांकि भारत में अभी वोडाफोन के कर्मचारियों की छंटनी के बारे में कुछ साफ नहीं हो पाया है। बता दें, जहां एक तरफ कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही है तो वहीं नौकरी में भी ये कंपनिया कमी ला रही है यानी छंटनी ज्यादा और नोकरी कम देखने को मिल रही है।
वोडाफोन की बात करे तो कंपनी के पहले सीइओ निक रीड के इस्तीफे के बाद से वोडाफोन के वैल्यएशन में 40 फीसदी तक की कमी देखने को मिल रही है। ऐसे में कंपनी आने वाले कुछ सालों में भारी मात्रा में कॉस्ट कटिंग करने का मन बना रही है।
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