सोमवार को आम जनता को वित्त मंत्रालय ने एक बड़ी खुशखबरी दी। वित्त मंत्रायल ने ताजा आंकड़े जारी किये है जिसके मुताबिक खुदरा महंगाई अब घटकर 5.88 फीसदी पर आ गई है। बता दे, पूरे 11 महीने के बाद खुदरा महंगाई 6 फीसदी से नीचे आई है अभी तक यह 6 फीसदी से उपर बनी हुई थी। इससे पहले वित्त मंत्रालय ने जब आंकड़े जारी किये थे तब खुदरा महंगाई दर 6.7 फीसदी पर थी।
खाद्य वस्तुओं के महंगाई दर में गिरावट के बाद ही खुदरा महंगाई दर में गिरावट देखने को मिली है। अक्टूबर में शहरी इलाकों में खुदरा महंगाई दर 6.53 फीसदी थी जो नवंबर में 3.69 फीसदी पर आ गई है। वही ग्रामीण इलाकों की बात करें तो खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में 7.30 फीसदी थी जो घटकर नवंबर में 5.22 फीसदी पर आ गई है.वही साग-सब्जियों की महंगाई दर -8.08 फीसदी पर आ गई है तो फलों की महंगाई दर 2.62 फीसदी रही है।
बता दे, इसको लेकर आरबीआई ने टोलरेंस बैंड 2 से 6 फीसदी तय किया था। जिसके बाद अब खुदरा महंगाई दर आरबीआई के टोलरेंस बैंड के अपर लेवल से नीचे आ गई है। इससे पहले यह लगातार आरबीआई के टोलरेंस बैंड के अपर लेवल 6 फीसदी से उपर बनी हुई थी जिसको काबू में लाने के लिए आरबीआई ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की थी। अगर महंगाई खुदरा दर में यह गिरावट लगातार बनी रही तो ईएमआई में हो रहे इजाफे से भी आम जनता को राहत मिलेगी।
क्योंकि जैसे ही आरबीआई महंगाई पर काबू पाने के लिए रेपो रेट में बढ़ोतरी करता है वैसे ही होम लोन, पर्सनल लोन आदि की ईएमआई में इजाफा हो जाता है। मार्च 2026 को समाप्त होने वाली पांच साल की अवधि के लिए केंद्र सरकार ने आरबीआई को दोनों तरफ 2 फीसदी के मार्जिन के साथ रिटेल महंगाई को 4 फीसदी पर बनाए रखने का आदेश दिया है। अब वित्त मंत्रालय ने ताजा आंकड़े जारी करके आम जनता को बड़ी राहत दी है।
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