अडानी ग्रुप विवाद पर सेबी ने दिया बयान, मार्केट से नहीं होने देंगे खिलवाड़

शनिवार 4 फरवरी को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने बयान दिया है। सेबी ने कहा कि “वह बाजार में निष्पक्षता, कुशलता और उसकी मजबूत बुनियाद को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है”।

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अमेरिका रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर को लेकर एक रिपोर्ट जारी की जिसके बाद देश में बवाल मच गया। इस हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार कारोबारी गौतम अडानी की कंपनियों के शेयरों में तेजी से गिरावट आ रही है। अडानी ग्रुप की कंपनियों में लगातार गिरावट आ रही है। इस मामले पर जिम्मेदार संस्थाएं अपना बयान दे रही हैं। शनिवार 4 फरवरी को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने बयान दिया है। सेबी ने कहा कि “वह बाजार में निष्पक्षता, कुशलता और उसकी मजबूत बुनियाद को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है”।

किसी भी शेयर में ज्यादा उतार-चढ़ाव के लिए अहम कदम उठाए जा रहे हैं। आपको बता दें कि सेबी ने अपने बयान में अडानी ग्रुप का नाम नहीं लिया है। हालांकि सेबी के अधिकारियों के मुताबिक सेबी का यह बयान अडानी ग्रुप के मामले के ध्यान में रखते हुए ही दिया गया है। सेबी ने आगे कहा कि जब कोई भी सूचना सामने आती है तो उसकी जांच की जाती है और उचित जांच के बाद कार्रवाई की जाती है। आपको बता दें कि BSE और NSE ने अडानी ग्रुप के तीन शेयरों की जांच करेगी।

इसमें अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट एंड एसईजेड और अंबुजा सीमेंट को निगरानी सिस्टम ASM फ्रेमवर्क में डाला गया था। आपको बता दें कि सेबी के बयान से पहले भारतीय रिजर्व बैंक ने भी अडानी ग्रुप को बैंक की तरफ से दिए लोन पर बयान दिया था। आरबीआई ने कहा था कि “रेग्युलेटर और बैंकों के सुपवाइजर होने के नाते आरबीआई पूरे बैंकिंग सेक्टर और प्रत्येक बैंकों पर लगातार निगरानी बनाए रखता है, जिससे फाइनेंशियल स्टेबिलिटी बनी रहे”।

वित्त मंत्री का बयान

शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक आउटरीच इवेंट में शामिल हुईं। इस दौरान अडानी ग्रुप के एफपीओ के कैंसिल होने के विवाद पर उन्होंने बयान दिया है। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की इकॉनमी मजबूत स्थिति में है। अडानी एंटरप्राइजेस मामले का असर भारत की अर्थव्यवस्था पर नहीं होगा। First Updated : Sunday, 05 February 2023