क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जोरदार गिरावट, बिटकॉइन की कीमत 16 प्रतिशत लुढ़की

वैश्विक स्तर पर कारोबारी जगत पर पड़ रहे निगेटिव सेंटीमेंट्स के कारण क्रिप्टोकरेंसी मार्केट भी पूरी तरह से दबाव में आ गया है

Janbhawana Times
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वैश्विक स्तर पर कारोबारी जगत पर पड़ रहे निगेटिव सेंटीमेंट्स के कारण क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) मार्केट भी पूरी तरह से दबाव में आ गया है। पिछले 24 घंटे के कारोबार के दौरान क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में ज्यादातर आभासी मुद्राओं की कीमत में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे महंगी आभासी मुद्रा बिटकॉइन सिर्फ 24 घंटे के कारोबार में ही 16 प्रतिशत फिसल कर 22,461 डॉलर के स्तर पर आ गई है।
 
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में इस साल की शुरुआत से ही लगातार दबाव की स्थिति बनी रही है। खासकर रूस और यूक्रेन के बीच जंग की शुरुआत होने के बाद से ही अमेरिका समेत दुनिया के तमाम देशों में बढ़ी महंगाई के कारण क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में गिरावट काफी तेज हो गई है। इसकी वजह से सबसे बड़ी आभासी मुद्रा बिटकॉइन की कीमत सिर्फ 7 महीने की अवधि में ही घटकर एक तिहाई हो गई है। 01 नवंबर, 2021 को बिटकॉइन 69,900 डॉलर के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा था, लेकिन आज उसकी कीमत गिरकर 22,461 डॉलर रह गई है। पिछले 7 दिनों के दौरान ही बिटकॉइन की कीमत में 28 प्रतिशत तक की गिरावट आ चुकी है।
 
आभासी मुद्रा का कारोबार करने वाले भारतीय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीर-एक्स से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान 68.19 अरब डॉलर कीमत के बिटकॉइन की खरीद बिक्री की गई, जिसके बाद सुबह 10 बजे तक बिटकॉइन का टोटल मार्केट कैप 428.77 अरब डॉलर रह गया। बिटकॉइन की कीमत में आई गिरावट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नवंबर 2021 में बिटकॉइन का टोटल मार्केट कैप 1270.36 अरब डॉलर का था।
 
क्रिप्टो करेंसी मार्केट के जानकारों के मुताबिक नवंबर 2021 के बाद से ही बिटकॉइन पर लगातार दबाव बना रहा है, जिसकी वजह से इसकी कीमत में करीब 64 प्रतिशत तक की गिरावट आ चुकी है। हालांकि मई के महीने तक बिटकॉइन मीडियम रेंज में रहकर कारोबार कर रहा था, लेकिन मई खत्म होने के बाद से ही बिटकॉइन में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन के मुताबिक अलग-अलग देशों की मॉनिटरी पॉलिसी में महंगाई की वजह से की गई सख्ती और अमेरिकी प्रशासन द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बनाए गए सख्त नियमों की वजह से बिटकॉइन की कीमत में लगातार गिरावट का रुख बना हुआ है।
 
बिटकॉइन की तरह ही एथेरियम ब्लॉकचेन से जुड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर की कीमत भी 16.5 साल प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,204 डॉलर के स्तर पर आ गई है। ईथर का पिछले 15 महीने के दौरान यह सबसे निचला स्तर है। बिटकॉइन के बाद ईथर को ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी का दर्जा मिला हुआ है। इन दोनों क्रिप्टो करेंसियों के अलावा डोगेकॉइन 8 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है, जबकि शीबा इनु में 1.62 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
 
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीर-एक्स से मिली जानकारी के मुताबिक निगेटिव सेंटीमेंट्स की वजह से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का टोटल मार्केट कैप पिछले 24 घंटों के दौरान करीब 8 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1.08 ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर आ गया है। क्रिप्टोकरंसी मार्केट में टीथर, स्टेलर, पॉलीगॉन, लाइट कॉइन, यूनिस्वैप, सोलाना और पोल्काडॉट जैसी आभासी मुद्राओं की कीमत में भी पिछले 24 घंटों के दौरान 20 से लेकर 25 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है।
 
बताया जा रहा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने की आशंका को लेकर क्रिप्टो करेंसी मार्केट में जोरदार बिकवाली का रुख बना हुआ है, जिसके कारण आभासी मुद्राओं की कीमत में लगातार गिरावट आ रही है। माना जा रहा है कि फेडरल रिजर्व इस बार 0.5 बेसिस प्वाइंट की जगह 0.75 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी कर सकता है। ऐसा होने पर क्रिप्टोकरेंसी बाजार के साथ ही दुनिया भर के शेयर बाजारों में भी बिकवाली का तेज दबाव बन सकता है।
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14 June 2022, 12:26 PM IST

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