अमेरिकी सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने पर इस इंडियन बैंक को क्यों देना पड़ा स्पष्टीकरण

Silicon Valley Bank : अमेरिका के सबसे बड़े बैंकों में से एक सिलिकॉन वैली बैंक पूरी तरह से डूब गया है। इसके डूबने से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है।

Silicon Valley Bank : अमेरिका के सबसे बड़े बैंकों में से एक सिलिकॉन वैली बैंक पूरी तरह से डूब गया है। इसके डूबने से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है। अनुमान है कि एसवीबी के दिवालिया होने का असर अमेरिका के बैंकिंग सिस्टम पर पड़ सकता है। जब से इस बैंक के दिवालिया होने के खबर सामने आई है हर जगह इस बैंक की बाते हो रही हैं।

आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर तो लोग इस बैंक की चर्चाएं कर रहे हैं। वहीं इस बैंक के कारण एक भारतीय बैंक को सफाई देने की आवश्यकता पड़ गई। आपको बता दें कि मुंबई में एक कोऑपरेटिव बैंक है जिसका नाम SVC Bank है। सिलिकॉन वैली बैंक डूबने के कारण मुंबई के इस बैंक के एख जैसे नाम को लेकर कंफ्यूजन हो रही है।

जिसके कारण लोगों को लग रहा है कि मुंबई का यह SVC Bank डूब गया है।इतना ही नहीं इसको लेकर कई तरह की अफवाहें भी फैलाई जा रही है। अब इसके लेकर SVC Bank ने सफाई दी है।

SVC Bank ने दिया स्पष्टीकरण

मुंबई के SVC Bank ने इस मामले को लेकर अपनी सफाई दी है। बैंक ने जानकारी दी कि “SVC Bank किसी भी प्रकार से अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित सिलिकॉन वैली बैंक से संबंधित नहीं है”। “हम अपने सदस्यों, ग्राहकों और अन्य पक्षों से अनुरोध करते हैं कि वे बेबुनियाद अफवाहों पर ध्यान न दें”।

बैंक ने कहा कि “वे ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन लेंगे, जो ब्रांडिंग की समानता के कारण अफवाह फैला रहे हैं”। आपको बता दें कि एसवीबी कोऑपरेटिव बैंक का पूरा नाम शमराव विट्ठल कोऑपरेटिव बैंक है। इसकी स्थापना 116 वर्ष पहले की गई थी।

सिलिकॉन वैली बैंक

सिलिकॉन वैली बैंक अमेरिका के सबसे बड़े रिटेल बैंकों में से एक है। यह अमेरिका का 16वां सबसे बड़ा बैंक है। 11क्यों डूबा सिलिकॉन वैली बैंक आर्थिक संकट के कारण अमेरिका का सिलिकॉन वैली बैंक डूब चुका है। शुक्रवार 10 मार्च को अमेरिकी नियामकों ने एसवीबी को बंद करने का ऐलान कर दिया।

क्या हुई गड़बड़ी

सिलिकॉन वैली बैंक के फाइनेंशियल ग्रुप ने अपनो पोर्टपोलियो से 21 अबर डॉलर अमानत को बेचने की घोषणा की। इसके बाद से ही परेशानी शुरू हो गई। इसको लेकर कंपनी की तरफ से एक बयान दिया गया।

कंपनी ने कहा कि “उसकी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए 2.25 अरब डॉलर के शेयरों की बिक्री की जा रही है”। आपको बता दें कि एक्सपर्ट का कहना है कि आर्थिक संकट के कारण एसवीबी बैंक ने यह कदम उठाया है।

एसवीबी बैंक के बंद होने के कारण

एसवीबी बैंक टेक कंपनियों और नए वेंचर्स को आर्थिक सहायता प्रदान करता है। वहीं इस बैंक का लगभग 44 प्रतिशत बिजनेस हेल्थकेयर और टेक कंपनियों के साथ है। इन्वेस्टर्स का हेल्थकेयर और टेक सेक्टर्स में रूचि कम हुई। जिसका नकारात्मक प्रभाव एसवीबी बैंक के बिजनेस पर पड़ा।

अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक बंद होने के पीछे आर्थिक मंदी वजह है। इसके अलावा एसवीबी ने फेड की तरफ से ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी के बाद बैंक ने ब्याज होने वाले कमाई में बड़ी गड़बड़ी की संभावना जताई थी। आपको बता दें कि फेड के ब्याज दर बढ़ने के एसवीबी बैंक का गणित बिगड़ गया।

हालांकि बैंक की इस हालात की सबसे बड़ी वज है इन्वेस्टर्स का एक साथ बैंक से सारे पैसे को निकाल लेना। इसके अलावा एसवीबी बैंक से जिन कंपनियों को लोन दिया था, उन कंपनियों ने बैंक को लोन वापस नहीं किया। इसका असर एसवीबी बैंक की वित्तीय स्थिति पर पड़ा है। इससे पहले साल 2008 में बैंकिंग फर्म लेहमन ब्रदर्स के कारण अमेरिका को बैंकिंग क्राइसिस का सामना करना पड़ा था।

calender
12 March 2023, 02:26 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो