Investment Data Of India : भारत हर क्षेत्र में विकास कर रहा है. टेक से लेकर बिजनेस सेक्टर में भी विकास कर रहा है. जिसके कारण विदेशी कंपनियां भारत में निवेश कर रही हैं. इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के नए निवेश के संबंध में अहम जानकारी दी है. आईबीआई के एक अध्ययन के अनुसार साल 2022-23 के दौरान किए गए कुल बैंक-सहायता प्राप्त निवेश में प्रस्तावों में आधे से अधिक पांच राज्यों से हैं. वहीं कुछ राज्यों की स्थिति बहुत ही निचले स्तर पर दर्ज की गई.
आरबीआई के अनुसार 2022-23 के दौरान बैंकों के ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने के बाद भी कुल निवेश योजनाओं में 352,624 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड पूंजी परिव्यय के साथ 79.50 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. जो कि साल 2014-15 के बाद से सबसे ज्यादा है. वहीं इस 547 परियोजनाओं को बैंकों और वित्तीय संस्थानों से मदद मिली. इसके अलावा कुल परियोजनाओं की लागत 2,66,547 करोड़ रुपये रिकॉर्ड हुई. वहीं साल 2021-22 में 401 परियोजनाओं को बैंकों और वित्तीय संस्थानों से 1,41,976 करोड़ रुपये की सहायता मिली.
भारतीय रिजर्व बैंक के अध्ययन में कहा गया कि बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा वित्तपोषित परियोजनाओं की अनुमानित कुल लागत 2014-15 के बाद 2022-23 में टॉप पर रही. नए निवेश में देश के पांच राज्य टॉप पर रहे. इममें उत्तर प्रदेश 16.2% या 43,180 करोड़ रुपये, गुजरात (14% या 37,317 करोड़ रुपये), ओडिशा (11.8%), महाराष्ट्र (7.9%), कर्नाटक (7.3%) शामिल हैं. इन राज्यों की 2022-23 में कुल परियोजना लागत में 57.2 प्रतिशत हिस्सेदारी यानी 2,01,700 करोड़ रुपये का योगदान रहा. यह 2021-22 के दौरान 43.प्रतिशत अधिक है.
आरबीआई अध्ययन में कहा गया कि साल 2022-23 में बैंक-सहायता प्राप्त परियोजनाओं में केरल, गोवा और असम सबसे कम नए निवेश में रहे. केरल से 0.9 फीसदी निवेश प्राप्त हुआ, असम को 0.7 और गोवा को 0.8 फीसदी मिला. वहीं हरियाणा और पश्चिम बंगाल विफल रहे. First Updated : Monday, 21 August 2023