सरकार के एक फैसले ने Vodafone-Idea के निवेशकों को बनाया मालामाल, शेयरों में आया तूफानी उछाल
VIL share price: सरकार के एक फैसले ने वोडाफोन-आइडिया के शेयरधारकों को मालामाल बना दिया. वोडाफोन-आइडिया के शेयरों में आज की तीव्र तेजी तब आई जब यह खबर आई कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बैंक गारंटी (बीजी) को माफ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. कंपनी ने शुरू से ही सरकार से बैंक गारंटी माफ करने की अपील की थी.
VIL share price: केंद्रीय सरकार के एक महत्वपूर्ण फैसले ने वोडाफोन-आइडिया के निवेशकों को बड़ा लाभ पहुंचाया है. मंगलवार को वोडाफोन-आइडिया के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखा गया, जब यह खबर आई कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बैंक गारंटी माफ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
वोडाफोन-आइडिया के शेयरों में मंगलवार को 18.63% की वृद्धि दर्ज की गई और यह इंट्राडे में 8.28 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. दिन के अंत में शेयर 7.88% की बढ़त के साथ 7.53 रुपये पर बंद हुआ. बीएसई पर इस दिन लगभग 18.72 करोड़ शेयरों का कारोबार हुआ, जो दो सप्ताह के औसत 4.97 करोड़ शेयरों से काफी अधिक है.
बैंक गारंटी माफी का फायदा
कंपनी के शेयरों में इस उछाल की मुख्य वजह केंद्रीय मंत्रिमंडल का वह निर्णय था, जिसमें दूरसंचार ऑपरेटरों के लिए 2022 तक स्पेक्ट्रम खरीद के लिए आवश्यक बैंक गारंटी माफ कर दी गई. हालांकि, बीएसई और एनएसई ने इस संबंध में वोडाफोन-आइडिया से स्पष्टीकरण मांगा है. कंपनी ने अपने बयान में कहा, "जब भी दूरसंचार विभाग (डीओटी) या भारत सरकार का कोई निर्णय सार्वजनिक होगा, कंपनी इसे आवश्यकतानुसार उजागर करेगी."
कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में सुधार
सितंबर 2024 तिमाही (Q2 FY25) में वोडाफोन-आइडिया का साल-दर-साल समेकित शुद्ध घाटा कम हुआ. इस तिमाही में कंपनी को 7,175.9 करोड़ रुपये का घाटा हुआ, जो पिछले साल की समान अवधि में 8,737.9 करोड़ रुपये था. हालांकि, पिछली तिमाही के मुकाबले घाटा बढ़ा है, जो जून तिमाही में 6,432.1 करोड़ रुपये था. कंपनी का परिचालन से राजस्व 2.02% बढ़कर 10,932.2 करोड़ रुपये हो गया. वहीं, इसका कुल ग्राहक आधार 20.5 करोड़ और 4जी ग्राहक आधार 12.59 करोड़ रहा.
भविष्य की योजनाएं
वोडाफोन-आइडिया ने अपने फॉलो-ऑन ऑफरिंग (FPO) से 18,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं. कंपनी अब चुनिंदा क्षेत्रों में 5जी सेवाएं शुरू करने की प्रक्रिया में है. 2018 में वोडाफोन और आइडिया के विलय से बनी इस कंपनी का फोकस अब नए क्षेत्रों में विस्तार पर है.