तिरुवनंतपुरम पर टला बड़ा हादसा, 179 यात्रियों को लेकर बेंगलुरु जा रहा इंडिगो विमान से टकराया पक्षी

तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान भरने से ठीक पहले इंडिगो की फ्लाइट से पक्षी टकरा गया, जिसके बाद उड़ान को रद्द कर दिया गया. एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, घटना के बाद विमान को तुरंत निरीक्षण के लिए वापस बे में ले जाया गया. पिछले साल दिसंबर में दिल्ली से शिलांग जा रहे एक विमान को पक्षी के टकराने के बाद पटना के जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करानी पड़ी थी.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान भरने से ठीक पहले इंडिगो की फ्लाइट से पक्षी टकरा गया, जिसके बाद उड़ान को रद्द कर दिया गया. हवाई अड्डे के अधिकारियों के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब इंडिगो की उड़ान 6E 6629 उड़ान भरने की तैयारी कर रही थी, जिसमें 179 यात्री सवार थे. एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, घटना के बाद विमान को तुरंत निरीक्षण के लिए वापस बे में ले जाया गया. उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए एयरलाइन ने उड़ान रद्द करने और प्रभावित यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का फैसला किया. 

दिसंबर 2024 में भी ऐसी ही घटना

पिछले साल दिसंबर में दिल्ली से शिलांग जा रहे एक विमान को पक्षी के टकराने के बाद पटना के जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करानी पड़ी थी. सभी यात्रियों को विमान से सुरक्षित उतार लिया गया था.

पक्षियों से टकराना कितना आम है?

विमान से पक्षियों के टकराने के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. जब कोई विमान किसी पक्षी से टकराता है, तो इस घटना को 'पक्षी टकराना' या 'पक्षी हमला' कहा जाता है. पिछले कुछ सालों में दुनिया भर में पक्षियों के टकराने की सैकड़ों घटनाएं दर्ज की गई हैं. रिपोर्टों के अनुसार, पक्षियों के टकराने के कारण दुनिया भर में 250 से ज़्यादा विमान प्रभावित हुए हैं. पिछले साल दिसंबर में दक्षिण कोरिया में पक्षियों के टकराने की एक दुखद घटना में विमान में सवार 124 लोगों की जान चली गई थी.

पक्षी हमले और उसके प्रभाव

अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के अनुसार, पक्षियों के टकराने की घटनाएं विमानन सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण चिंता बनी हुई हैं, 90% ऐसी घटनाएं हवाई अड्डों के पास होती हैं. ये टक्करें आमतौर पर तब होती हैं जब विमान उड़ान भर रहे होते हैं, उतर रहे होते हैं या कम ऊँचाई पर उड़ रहे होते हैं, जहां पक्षियों की गतिविधि सबसे अधिक होती है.

1988 के बाद पक्षियों के टकरा से हुई 262 मौतें 

पक्षियों के टकराने का प्रभाव कई कारकों के आधार पर अलग-अलग होता है, जिसमें शामिल विमान का प्रकार भी शामिल है. कुछ मामलों में, पक्षियों के टकराने से इंजन में खराबी आ सकती है जो गंभीर जोखिम पैदा कर सकती है. छोटे और एकल इंजन वाले विमानों के लिए, ऐसी घटनाएं जानलेवा भी हो सकती हैं. 1988 से पक्षियों के टकराने के कारण दुनिया भर में 262 मौतें हुई हैं और ऐसी घटनाओं के कारण 250 विमान खत्म हो गए.

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25 March 2025, 09:04 AM IST

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