अमेरिका में रिश्वत का कोई आरोप नहीं, सभी खबरें झूठी...रिश्वतखोरी मामले में अडानी ग्रुप का दावा
Adani Group: अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने अमेरिका में रिश्वतखोरी के आरोप को लेकर एक बयान जारी किया है. बयान में कहा गया है कि गौतम अडानी, सागर अडानी और वरिष्ठ कार्यकारी विनीत जैन पर अमेरिकी विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (एफसीपीए) के उल्लंघन का आरोप नहीं लगाया गया है.
Adani Group: अडानी ग्रीन एनर्जी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया है, जिसमें कंपनी ने यह स्पष्ट किया कि गौतम अडानी, सागर अडानी और विनीत जैन पर अमेरिका में रिश्वतखोरी का कोई आरोप नहीं है. कंपनी ने अपनी एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि अमेरिकी न्याय विभाग के प्रॉसिक्यूशन में केवल Azure और CDPQ के अधिकारियों पर रिश्वतखोरी के आरोप लगाए गए हैं, न कि अडानी ग्रुप के किसी भी अधिकारी पर.
रिश्वतखोरी के आरोप को बताया निराधार
अडानी ग्रीन की ओर से कहा गया है कि इस मामले में उनके खिलाफ जो खबरें सामने आ रही हैं, वे पूरी तरह से निराधार और गलत हैं. कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिकी फेडरल करप्शन प्रैक्टिस एक्ट के तहत किसी भी तरह के आरोप उनके ऊपर नहीं हैं. इसके साथ ही, अडानी ग्रुप ने यह बताया कि न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट ने जो आरोप लगाए थे, वे गलत तरीके से भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने से संबंधित थे, लेकिन इनमें गौतम अडानी या उनके परिवार के सदस्यों का कोई संबंध नहीं था.
केस में गौतम अडानी और सागर अडानी का नाम नहीं
इस पूरे मामले में वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी भी सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रॉसिक्यूशन में पांच आरोप शामिल हैं, जिनमें से धारा 1 और 5 सबसे महत्वपूर्ण हैं, लेकिन इन धाराओं में गौतम अडानी और सागर अडानी का नाम नहीं है. मुकुल रोहतगी ने यह भी कहा कि आरोपपत्र में ऐसा कोई भी नाम नहीं है, जिससे यह साबित हो सके कि अडानी ग्रुप के अधिकारियों ने रिश्वत दी या किसी भ्रष्टाचार में शामिल रहे.
इस विवाद के बीच, अडानी ग्रुप ने अपनी तरफ से सभी आरोपों को नकारते हुए यह कहा है कि वे पूरी तरह से कानून के साथ हैं और किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं हैं.