भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार (24 अप्रैल) को कोटक महिंद्रा बैंक से ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नए ग्राहकों को जोड़ने पर रोक लगा दिया है और तत्काल प्रभाव से नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर भी रोक लगा दी. मार्च के अंत तक, कोटक महिंद्रा बैंक ने 59.54 लाख क्रेडिट कार्ड जारी किए हैं. इस बीच सवाल ये उठ रहा है कि आखिर आरबीआई ने ऐसा क्यों किया और इससे बैंक कस्टमर पर क्या असर पड़ेगा? तो चलिए जानते हैं.
आरबीआई ने कोटक महिंद्रा बैंक को अपने ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नए ग्राहकों को शामिल करने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्देश दिया. आरबीआई ने यह एक्शन बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35 ए के तहत लिया है. दरअसल, आरबीआई को बैंकों को यह निर्देश देने की शक्ति देता है कि "किसी भी बैंकिंग कंपनी के मामलों को जमाकर्ताओं के हितों के लिए हानिकारक या प्रतिकूल तरीके से संचालित होने से रोका जाए.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरबीआई को कोटक महिंद्रा बैंक में आईटी इन्वेंट्री मैनेजमेंट, डेटा सिक्योरिटी, पैच एंड चेंज मैनेजमेंट, यूजर एक्सेस मैनेजमेंट, वेंडर रिस्क मैनेजमेंट, डेटा लीक प्रिवेंशन स्ट्रेटेजी, बिजनेस निरंतरता, डिजास्टर रिकवरी में कई कमियां मिलीं. आरबीआई ने कहा कि बैंक ने 2 साल की लंबी अवधि के दौरान इन कमियों को दूर नहीं किया, जबकि नियामक दिशानिर्देशों में इन कमियों को तुरंत दूर करने के निर्देश हैं.
कोटक महिंद्रा बैंक अपने क्रेडिट कार्ड ग्राहकों सहित अपने मौजूदा ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करना जारी रखेगा. उन्हें नए क्रेडिट कार्ड जारी करने के अलावा, बैंक की सभी सेवाएँ प्रदान करेंगी.
बयान में यह भी कहा गया है: “बैंक ने अपने आईटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए नई तकनीकों को अपनाने के लिए उपाय किए हैं और शेष मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने के लिए आरबीआई के साथ काम करना जारी रखेगा.
हम अपने मौजूदा ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड, मोबाइल और नेट बैंकिंग सहित निर्बाध सेवाओं के बारे में आश्वस्त करना चाहते हैं,'' बैंक ने कहा First Updated : Thursday, 25 April 2024