AI की वजह से खतरे में नौकरियां, 2025 में 41% कंपनियां करेंगी कर्मचारियों में कटौती; तुरंत पढ़ें...

AI Impact: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते प्रभाव से दुनियाभर में नौकरी संकट गहरा रहा है. एक नए सर्वेक्षण के अनुसार, 41% कंपनियां कर्मचारियों की संख्या में कटौती कर सकती हैं, क्योंकि AI धीरे-धीरे उनकी जगह ले रहा है. इसके साथ ही AI स्किल्स की मांग में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.

Ritu Sharma
Edited By: Ritu Sharma

AI Impact on Jobs: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने पिछले कुछ वर्षों में तकनीकी दुनिया में बड़ी जगह बनाई है, लेकिन इसका बढ़ता दायरा अब नौकरीपेशा लोगों के लिए खतरा बनता जा रहा है. विश्व आर्थिक मंच (WEF) की फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट के अनुसार, 41% कंपनियां अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती कर सकती हैं, क्योंकि AI तकनीक धीरे-धीरे इंसानी श्रम की जगह ले रही है.

WEF रिपोर्ट के मुख्य बिंदु

आपको बता दें कि WEF की रिपोर्ट में बताया गया है कि 77% कंपनियां 2025-2030 के बीच अपने कर्मचारियों को AI के साथ बेहतर तालमेल बिठाने और उनके कौशल को उन्नत करने की योजना बना रही हैं. हालांकि, इस रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया कि AI का सीधा प्रभाव नौकरियों की संख्या में कमी के रूप में देखा जा सकता है.

किन नौकरियों पर मंडरा रहा है खतरा?

वहीं आपको बता दें कि डाक सेवा क्लर्क, कार्यकारी सचिव और पेरोल क्लर्क जैसी नौकरियां सबसे तेजी से खत्म होने वाली भूमिकाओं में शामिल हैं. वहीं, ग्राफिक डिजाइनरों और कानूनी सचिवों की मांग में भी भारी गिरावट देखी गई है. जनरेटिव AI की क्षमता बढ़ने के कारण यह परिवर्तन हो रहा है, जो अब टेक्स्ट, चित्र और अन्य सामग्री को तेजी से तैयार करने में सक्षम है.

बढ़ रही AI कौशल की मांग

दूसरी ओर, AI से संबंधित कौशल की मांग तेजी से बढ़ रही है. रिपोर्ट के अनुसार, 70% कंपनियां AI उपकरण और डिजाइनिंग में दक्ष कर्मचारियों को नियुक्त करने की योजना बना रही हैं. इसके अलावा, 62% कंपनियां उन लोगों को काम पर रखना चाहती हैं, जो AI के साथ बेहतर तालमेल बिठाकर काम कर सकें.

मानव-मशीन सहयोग की बढ़ती भूमिका

बताते चले कि रिपोर्ट का मानना है कि AI का मुख्य प्रभाव 'मानव-मशीन सहयोग' के माध्यम से देखा जाएगा, जहां मानव कौशल को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा, न कि उसे पूरी तरह से प्रतिस्थापित करने पर. हालांकि, ड्रॉपबॉक्स और डुओलिंगो जैसी कंपनियां पहले ही छंटनी के लिए AI को कारण बता चुकी हैं.

क्या है भविष्य का रास्ता?

बहरहाल, आने वाले समय में AI तकनीक का विस्तार और मानव श्रम का संयोजन ही उद्योगों का भविष्य तय करेगा. WEF रिपोर्ट यह संकेत देती है कि AI न केवल नौकरियों को प्रभावित करेगा, बल्कि श्रम बाजार को नए सिरे से परिभाषित भी करेगा.

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13 January 2025, 11:06 AM IST

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