Air India: शराब के नशे में फ्लाईट उड़ा रहा था पायलट, अब एयर इंडिया ने दिखाया बाहर का रास्ता
Air India Action: एयर इंडिया ने एक पायलट की सेवाएं समाप्त कर दीं और उड़ान के बाद शराब पीने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने पर विचार किया. इस बात की जानकारी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने दी है.
Air India Action: एयर इंडिया ने एक पायलट की सेवाएं समाप्त कर दी हैं यानी उसे नौकरी से निकाल दी है. पायलट के खिलाफ नशे की हालत में उड़ान भरने का आरोप लगाया है. सूत्र के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय उड़ान के दौरान पायलट ने शराब पी रखी थी. पायलट एक नए कप्तान के लिए ट्रेनिंग फ्लाइट उड़ा रहा था. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने बताया कि, इस मामले को सख्ती से लेते हुए पायलट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है.
टाटा ग्रुप की एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया का एक प्लेन पिछले सप्ताह फुके से दिल्ली आया था. उड़ान भरने के बाद ब्रेथलाईजर टेस्ट में पायलट शराब के नशे में पाया गया जिसके बाद कंपनी ने एक्शन लेते हुए पायलट को बर्खास्त कर दिया है.
एयर इंडिया ने पायलट को किया बर्खास्त
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा, "हम इन चीजों को कतई बर्दाश्त नहीं करते हैं और हमने बहुत कड़ी कार्रवाई की है, न केवल उनकी सेवा समाप्त कर दी है, बल्कि एफआईआर दर्ज करने की भी योजना बना रहे हैं क्योंकि शराब के नशे में उड़ान भरना एक आपराधिक कृत्य है".
पायलट और केबिन क्रू का होता ब्रेथलाईजर टेस्ट
ब्रेथलाईजर टेस्ट 2 बार होते हैं. पहता टेस्ट घरेलू फ्लाइट्स में काम करने वाले पायलट्स और केबिन क्रू का उड़ान से पहले ब्रेथलाईजर टेस्ट होता है. यह टेस्ट उड़ान से पहले इसलिए की जाती है क्योंकि घरेलू उड़ानों में यात्रियों को शराब सर्व नहीं की जाती है. वहीं दूसरा टेस्ट इंटरनेशनल फ्लाइट्स के उड़ान भरने के बाद होता.
ब्रेथलाईजर टेस्ट का नियम क्या है
साल 2023 के शुरुआती छह महीनों में ब्रेथलाईजर टेस्ट में 33 पायलट और 97 केबिन क्रू मेंबर फेल हो गए थे.अगर कोई पायलट पहली बार इस टेस्ट में फेल होता है तो उसका लाइसेंस 3 महीने के लिए निलंबन कर दिया जाता है. वहीं दूसरी बार फेल होने पर उसकी लाइसेंस 3 साल के लिए निलंबित कर दिया जाता है. वहीं तीसरी बार में लाइसेंस रद्द कर दिया जाता है.