डाउन मार्केट में अनिल अंबानी की हाई परफार्मेंस, कमाई जान भूल जाएंगे अडानी के आंकड़े
घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार (5 अगस्त) को भयानक गिरावट देखी जा रही है. सेंसेक्स आज 3% की बड़ी गिरावट के साथ खुला है तो निफ्टी भी 2% के नुकसान के साथ खुला. India VIX में करीब 18% की तेजी दर्ज हो रही है. इसके पहले सुबह प्री ओपनिंग से पहले Gift Nifty 368 अंक नीचे गिरा था. ग्लोबल बाजारों से आ रहे संकेतों से ही अंदाजा लग गया था कि बाजार आज बड़ा नुकसान उठाएंगे.
Stock Market Update: सप्ताह की शुरूआत में शेयर बाजार में बड़ा भूचाल आया है. निफ्टी और सेंसेक्स में गिरावट आई है. सेंसेक्स करीब डेढ़ हजार अंक गिर गया है. निफ्टी में 400 अंकों की गिरावट आई है. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार की हालत ख़राब होने के कारण एशिया के शेयर बाज़ार पर इसका असर देखा गया. इससे एक बार फिर निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है. इसके अलावा रेपो रेट को लेकर आरबीआई के फैसले का भी शेयर बाजार पर असर पड़ेगा.
निफ्टी में 1.5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई. शेयर बाजार में सेंसेक्स के अचानक लुढ़कने से निवेशकों की टेंशन एक बार फिर बढ़ गई है. कुछ लोगों का कहना है कि शेयर बाजार में नए निवेशकों के लिए यह अच्छा मौका है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया एक बार फिर गिर गया है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी के मुताबिक, निफ्टी का शॉर्ट टर्म रुझान कमजोर है, लेकिन निकट अवधि में बाजार में तेजी बनी हुई है. 24,600-24,500 के स्तर तक और गिरावट की संभावना है.
रिलायंस पावर के शेयरों में तेजी
केंद्रीय बजट 2024 के बाद से रिलायंस पावर के शेयरों में तेजी का रुख रहा है. 23 जुलाई, 2024 को NSE पर रिलायंस पावर का शेयर मूल्य 26.94 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ. तब से, यह लगातार 52-सप्ताह के नए उच्च स्तर पर पहुंच गया है. बजट 2024 के बाद की अवधि में, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (रिलायंस ADAG) का यह शेयर 26.94 रुपये से बढ़कर 34.54 रुपये प्रति शेयर हो गया है, जो लगातार आठ सत्रों में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
कंपनी की बैलेंस शीट को लाभ
शेयर बाजार के विशेषज्ञ इस उछाल का श्रेय रिलायंस पावर के स्टैंडअलोन आधार पर कर्ज मुक्त कंपनी बनने को देते हैं. कंपनी ने अपने 800 करोड़ रुपये के बकाये का भुगतान कर दिया है, जिससे वह वित्त वर्ष 25 में अन्य निजी बिजली क्षेत्र की कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की स्थिति में आ गई है. बजट 2024, जिसमें बिजली और बुनियादी ढांचे में वृद्धि पर जोर दिया गया है, से वित्त वर्ष 25 में कंपनी की बैलेंस शीट को लाभ मिलने की उम्मीद है, जिससे रिलायंस पावर के शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ेगी.
रिलायंस पावर की कमाई बढ़ी
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि कर्ज मुक्त होने के बावजूद, कंपनी को अपनी ऑर्डर बुक को लेकर महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनका समाधान चालू वित्त वर्ष की आने वाली तिमाहियों में होने की उम्मीद है. 2 अगस्त तक रिलायंस पावर का बाजार पूंजीकरण 13,886.67 करोड़ रुपये था, जो 23 जुलाई को 10,813.68 करोड़ रुपये था.