Budget 2024 : जानिए कहां से आया बजट शब्द, कैसे हुई इसकी उत्पति
Union Budget 2024 : बजट शब्द फ्रेंच भाषा के शब्द बूजे से आया है. जिसका मतलब होता है छोटा थैला. भारतीय संविधान में कहीं पर भी बजट शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया है.
Union Budget 2024 : देश में पिछले कुछ दिनों से बजट को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं. बड़े-बड़े सरकारी अधिकारी और नेता से लेकर आम जनता बजट पर चर्चा कर रही है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को देश का आम बजट पेश करेंगी. इस बार चुनाव से वित्त मंत्री अंतरिम बजट पेश करेंगी. इसके बाद जो नई सरकार चुनकर आएगी, वो जुलाई में पूर्ण बजट को लेकर आएगी. देश में हर ओर बजट शब्द सुनने को मिल रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं? बजट शब्द कहां से आया और यह किस भाषा से निकला है. आज हम इसके बारे में विस्तार से आपको बताएंगे.
कहां से आया बजट शब्द
जानकारी के अनुसार बजट शब्द फ्रेंच भाषा के शब्द बूजे से आया है. जिसका मतलब होता है छोटा थैला. साल 1733 में इंग्लैंड के पूर्व वित्त मंत्री सर रॉबर्ट वालपोल एक छोटे थैले में बजट प्रपोजल के पेपर्स रखकर संसद गए थे. इस दौरान उनसे किसी ने पूछा कि इस थैले में क्या है, तो उन्होंने जवाब दिया कि इसमें आपके लिए बजट है. तभी से बजट नाम प्रचलित हो गया. आपको बता दें कि भारतीय संविधान में कहीं पर भी बजट शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया है. संविधान के अनुच्छेद 112 में इसे वार्षिक वित्तीय विवरण का नाम दिया गया है. बजट में सरकार के पूरे साल के अपने खर्च और होने वाली आय का ब्योरा पेश किया जाता है.
ब्रीफकेस की हुई विदाई
आजादी के बाद समय-समय पर बजट ब्रीफकेस और बैग में बदलाव हुआ है. आजादी के बाद पहला बजट 26 नवंबर, 1947 को पहले वित्त मंत्री शणमुखम शेट्टी ने पेश किया. निर्मला सीतारमण ने वित्त मंत्री बनने के बाद साल 2019 में अपना पहला पारंपरिक लाल ब्रीफकेस की जगह लाल बही-खाते में बजट पेश किया. इस तरह ब्रीफकेस की विदाई हुई.
ब्रीफकेस-बैग का बदला गया रंग
26 नवंबर, 1947 को पहले वित्त मंत्री शणमुखम शेट्टी ने पेश किया. तब उन्होंने रेड लेदर के ब्रीफकेस का इस्तेमाल किया. वहीं साल 1958 में प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने लाल रंग की जगह काले रंग के ब्रीफकेस में बजट पेश किया था. फिर 1991 में मनमोहन सिंह ने लाल रंग के बैग में बजट पेश किया. 1998-99 के दौरान यशवंत सिंह ने काले रंग के बक्कल और पट्टियों के बैग में बजट पेश किया. समय-समय पर रंग और डिजाइन में बदलाव किया गया, लेकिन एक चीज नहीं बदली वो है बैग और ब्रीफकेस हमेशा लेदर का ही बना होता है.
बदली गई बजट की तारीख
देश का बजट लंबे समय से फरवरी महीने में पेश होता आ रहा है. केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद बजट पेश करने की तारीख में बदलाव किया गया. पहले बजट फरवरी महीने की अंतिम तारीख यानी 28 या 29 फरवरी को पेश किया जाता था. अब बजट फरवरी की पहली तारीफ यानी 1 फरवरी को पेश किया जाता है. देश के आम नागरिकों को बजट से बहुत सारी उम्मीदें होती हैं. इसके साथ ही बजट से जुड़े अनोखे तथ्य भी निकलकर सामने आते हैं.