China-America Compared To India Budget: भारत का बजट का एक दिन बाद पेश होने वाला है, ऐसे में देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए हर सेक्टर में बजट पेश किया जाएगा और इसके लक्ष्य भी तय किए जाएंगे. अब देखना है कि सरकार अपने पिटारे से क्या निकालने वाली है, वह किस क्षेत्र को ज्यादा तवज्जो देगी और किसके साथ पिछड़े जैसा व्यवहार करती है. आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए सरकार के साथ सभी आम लोगों की नजरें इस बार बजट पर टिकी हुई है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को बजट पेश करने जा रही हैं.
जब देश में बजट पेश होने वाला होता है तो उस समय कई प्रकार की चर्चा सामने आती रहती है, ऐसे में दूसरे देशों के बजट की तुलना भी भारत के साथ होने लग जाती है. इसी कड़ी हम आपसे पूछना चाहते हैं कि क्या आपको पता है कि भारत का बजट अमेरिका और चीन से कितना बड़ा और छोटा होता है. आपको यह जानकार हैरानी होगी कि भारत का जितना कुल बजट होता है उतना तो चीन अपनी शिक्षा के क्षेत्र में खर्च कर देता है. वहीं, अमेरिका भारत से ज्यादा अपने डिफेंस पर खर्च करता है.
अगर भारत के डिफेंस पर खर्च की बात करें तो चीन हमसे चार गुना करता है और अमेरिका 17 गुना ज्यादा खर्च करता है. अमेरिका का डिफेंस खर्च 700 अरब डॉलर (भारतीय करेंसी में 51 लाख करोड़ से ज्यादा) है तो चीन अपने रक्षा पर 200 अरब डॉलर (भारतीय करेंसी में करीब 13 लाख करोड़ से ज्यादा) के करीब खर्च करता है. वहीं भारत का रक्षा पर खर्च 6 लाख करोड़ के आसपास है. लेकिन भारत ने पिछले साल के मुकाबले 2023 में 13 फीसदी वृद्धि की थी. जिसके बाद बजट 5 लाख 93 हजार करोड़ तक पहुंच गया था. बताया जाता है कि इसमें सबसे ज्यादा सैलरी में जाता है. जिसके कारण कई अत्याधुनिक नहीं खरीद पाते हैं. इसलिए जरूरी है कि भारत अपना रक्षा के क्षेत्र में बजट 100 बिलियन डॉलर के आसपास पहुंचा दे.
अमेरिका को कुल बजट 6.7 ट्रिलियन डॉलर का रहता है और रक्षा के क्षेत्र में 780 बिलियन डॉलर के करीब रहता है. जबकि आबादी की दृष्टि से देखा जाए तो भारत अमेरिका से काफी आगे दिखता है. लेकिन जब रक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में भारत का बजट देखा जाए तो वह काफी पीछे होते हुए दिखता है. ऐसे में भारत को अपने नागरिकों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा देनी है तो उसे इन क्षेत्रों में ध्यान देने की जरूरत है. वहीं, हमारे पड़ोसी देश चीन की बात करें तो उसका कुल बजट 3.5 ट्रिलियन डॉलर का रहता है. अगर इसका मूल्यांकन करके देखें तो भारत का बजट अमेरिका और चीन से काफी छोटा रहता है. लेकिन भारतीय बजट की चर्चा दुनिया में तेजी से होती है, क्योंकि दुनिया में भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से प्रगति कर रही है, इसके साथ ही भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी बीते कुछ सालों में काफी तेजी से बढ़ा है. First Updated : Wednesday, 31 January 2024