Crib Seed Funding :बेंगलुरु बेस्ड प्रॉप्टेक स्टार्टअप क्रिब ने 15 करोड रुपए की फंडिंग जुटाई है। इस स्टार्टअप का नाम शायद ही आपने सुना होगा। दरअसल, यह स्टार्टअप होम ओनर, किरायेदारों और उद्यमियों को जोड़ने का काम करता है। मकान मालिको को क्रिब ग्राहक दिलाता है। उद्यमियों को व्यवसाय करने के लिए रेंट पर स्पेस प्रोवाइड करवाता है। इसके अलावा यह बिक्री को बढ़ाने में मदद करता है।
क्रिब का ऑफिस बेंगलुरु में स्थित है। सनी गर्ग, शैफाली जैन और अर्चित चौहान ने मिलकर 2022 में क्रिब की शुरुआत की थी। एक साल में इस स्टार्टअप ने काफी अच्छी ग्रोथ हासिल की है। क्रिब के इस फंडिग राउंड में कई निवेशको ने निवेश किया है। पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर, क्रेड के फाउंडर कृणाल शाह, ममाअर्थ की को-फाउंडर गजल अलग, लिवस्पेस के रमाकांत शर्मा, ड्रूम, शॉपक्लूज के संदीप अग्रवाल, ब्राइटचैम्प्स और हाउसिंग के रवि भूषण, डंजो के अंकुर अग्रवाल समेत इस फंडिग राउंड में 50 से ज्यादा फाउंडर्स और को-फाउंडर शामिल थे। इसके अलावा एंपीरियर होल्डिंग्स, फाड, रोजे ऑपर्च्यूनिटीज, सिगर्ड वेंजर्च, बीज नेटवर्क, ड्रीम ग्रीन कैपिटल वेंचर और सुपरमोर्फियस फंड जैसे एंजेल सिंडिकेट्स भी क्रिब के इस फंडिंग राउंड में शामिल थे।
क्रिब का बिजनेनस मॉडल मैजिक ब्रिक्स, नो ब्रोकर की तरह है। हालंकि इनमें आपस में बहुत समानताएं भी हैं। क्रिब ज्यातादर कारोबारियों पर फोकस करता है। किराएदारों को ये घर ढूढ़ने में मदद तो करता ही साथ ही साथ व्यापार करने वालों के लिए यहएक आधुनिक मंच उपलब्ध कराता है।
इस सीड फंडिग राउंड के बाद क्रिब के CEO और को-फाउंडर Sunny Garg ने कहा कि "जैसा की हम सब जानते है रियल एस्टेट में आजकल युवा पीढ़ी बढ़चढ़कर काम कर रही है, क्योंकि यह हम युवाओं के लिए ही है। क्रिब के जरिए हम संपत्ति का समाधान करके उनके मालिकों की मदद करते हैं। इसके लिए हम डिजिटल बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहे हैं।"
वहीं क्रिब की चीफ ऑपरेटिंग ऑफीसर शेफाली जैन ने बताया है कि क्रिप को स्टार्ट करने के 12 महीनों के अंदर ही हमनें 10 से अधिक शहरों में अपने पैर जमा लिए हैं। आने वालें शहरों में हम और भी शहरों में जाएंगे। वर्तमान में 500 से अधिक होम ओनर हमारे सएएएस प्लेटफॉर्म पर 900 करोड़ रुपए से ज्यादा का वार्षिक किराया ले रहे हैं।" First Updated : Wednesday, 21 June 2023