Dilip Surana Bungalow: इस बिजनेस मैन ने डोलो 650बेचकर खरीदा करोड़ों का घर,बनाया नया रिकॉर्ड, जाने कौन हैै ये शख्स
Dilip Surana Micro Labs: बीते कुछ महीने से लग्जरी प्रॉपर्टी की खरीदारी में काफी तेजी देखने को मिली है। हाल ही में एक दवा निर्माण करने वाली कंपनी माइक्रो लैब्स लिमिटेड के एमडी ने एक ऐसी प्रॉपर्टी खरीदी है जिसके चलते उनका नाम रिकॉर्ड लिस्ट में शामिल हो गया है।
Dilip Surana New Home: दिग्गज दवा कंपनी माइक्रो लैब्स लिमिटेड के चेयर मैन दीलिप सुराना ने एक नया घर खरीदा है। यह प्रॉपर्टी अब तक की सबसे महंगी प्रॉपर्टी है जिसके चलते दिलीप सुराना का नाम रिकॉर्ड लिस्ट में शामिल किया गया है। उन्होंने यह प्रॉपर्टी बेंगलुरु में खरीदा है। इस प्रॉपर्टी के अंदर एक भूखंड है जिसमें एक शानदार बंगला बना हुआ है।
प्रॉपर्टी खरीद कर बनाया ये रिकॉर्ड
सेल डीड डॉक्यूमेंटस के मुताबिक दिलीप सुराना ने यह प्रॉपर्टी 66 करोड़ रुपये में खरीदी है, जो अब तक की सबसे बड़ी डील मानी जा रही है। यह प्रॉपर्टी बेंगलुरू के फेयर फील्ड लेआउट क्षेत्र में स्थित है, जो पहले रेस कोर्स नाम से प्रचलित था। इस प्रॉपर्टी के अंदर 12,043.22 स्क्वेयर फीट का भूखंड है जिसमें 8,373.99 स्क्वेयर फीट का बेहद ही शानदार बंगला बना हुआ है।
किससे खरीदी है ये प्रॉपर्टी
दिलीप सुराना ने यह प्रॉपर्टी जीजी राजेंद्र कुमार और उनकी पत्नी साधना राजेंद्रकुमार और मनु गौतम से खरीदी है। रियल स्टेट डेटा एनालिटिक्स फर्म सीआरआई मैट्रिक्सके मुताबिक इस प्रॉपर्टी के लिए सुराना ने 3.36 करोड़ रुपये से ज्यादा की स्टाम्प ड्यूटी का भुगतान किया है। बता दें कि पहले से ही दिलीप सुराना के पास फेयर फील्ड लेआउट क्षेत्र में रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी है।
बजट के बाद बढ़ी बिक्री
फरवरी और मार्च में लग्जरी मकानों की बिक्री में काफी तेजी की गई थी। उस समय सरकार ने बजट पेश किया था कि आवासीय प्रॉपर्टी में निवेश करने पर कैपिटल गेन से डिडक्शन को 10 करोड़ रुपये पर निर्धारित किया जाएगा। सरकार इस प्रस्ताव को 1 अप्रैल से लागू किया था ।हालांकि बदलाव को अमल में लाने से पहले फरवरी और मार्च के दौरान लग्जरी मकानों की बिक्री में तेजी देखने को मिली।
कोरोना काल में कंपनी ने की खूब कमाई
माइक्रो लैब्स लिमिटेड कंपनी कोरोना काल के दौरान काफी सुर्खियों में था, कोरोना महामारी के दौरान दवा कंपनी के पेरासिटामोल ब्रांड डोलो 650 की जबरदस्त बिक्री हुई थी। इस दवा कंपनी की स्थापना 1973 में दिलीप सुराना के पिता जीसी सुराना ने किया था, इस कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है।