Farmer Protest 2.0 : देश के किसान एक बार फिर आंदोलन कर रहे हैं. पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बड़ी संख्या में किसान अपनी पुरानी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली के तमाम बॉर्डर के पास प्रोटेस्ट की तस्वीरें देखने को मिल रही है. इस आंदोलन की वजह से पंजाब के कारोबारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. सिर्फ पंजाब, जम्मू-कश्मीर एवं हिमाचल प्रदेश में रोजाना 3 हजार करोड़ रुपये से अधिक का बिजनेस प्रभावित हो रहा है. इससे छोटे व्यापारियों को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
जानकारी के अनुसार पंजाब में किसान आंदोलन की वजह से 800 से 1000 करोड़ रुपये का रोजाना का नुकसान उठाना पड़ रहा है. चिंतित कारोबारियों ने सरकार से अपील की है कि जल्द समाधान निकाला जाए जिससे नुकसान रोका जा सके. पंजाब व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्यारे लाल सेठ एवं महासचिव समीर जैन ने कहा कि अगर इसी तरह अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ता रहा तो देश की आर्थिक स्थिति बद से बदतर हो जाएगी. छोटे उद्योग भारती के अध्यक्ष अमित कपूर ने कहा कि 90 फीसदी से ज्यादा माल सड़क मार्ग से ही पंजाब पहुंचता है. ट्रकों की आवाजाही प्रभावित होने से माल की किल्लत महससू होने लगी है.
किसान के दिल्ली कूच से दिल्ली का पर्यटन उद्योग परेशानी में आ गया है. होटलों में बुकिंग, पहले से बुकिंग कैंसिल हो रही है. पड़पगंज में 700 से अधिक होटल में 14 हजार से अधिक कमरे हैं. आमतौर पर यह 80-90 फीसदी भरे रहते हैं, लेकिन आंदोलन के कारण कमरों में पर्यटकों की मौजूदगी 30 प्रतिशत रह गई है. होटलों की बुकिंग करने वाले ग्राहकों को सबसे ज्यादा देश-विदेश के लोग शामिल हैं. First Updated : Friday, 16 February 2024