लंदन से मुंबई आ रही फ्लाइट की तुर्की में इमरजेंसी लैंडिंग, 200 से अधिक यात्री 16 घंटे से एयरपोर्ट पर फंसे
एयरलाइन कंपनी वर्जिन अटलांटिक ने बताया कि 2 अप्रैल को लंदन हीथ्रो से मुंबई जाने वाली वीएस358 उड़ान को तुर्की के दियारबाकिर हवाई अड्डे पर तत्काल मेडिकल इमरजेंसी के कारण डायवर्जन तथा उसके बाद आवश्यक तकनीकी निरीक्षण के कारण रद्द कर दिया गया. नाराज यात्रियों ने एयरलाइन और अधिकारियों से तत्काल वैकल्पिक परिवहन की व्यवस्था करने को कहा है.

लंदन से मुंबई जा रहे वर्जिन अटलांटिक के एक विमान को मेडिकल इमरजेंसी के कारण तुर्की के दियारबाकिर डायवर्ट कर दिया गया लेकिन बाद में विमान में तकनीकी खामी आ गई, पिछले 16 घंटे से 200 से अधिक यात्री तुर्की के एक एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, विमान तुर्की के सुदूरवर्ती हवाई अड्डे दियारबाकिर (DIY) पर उतरा, जहां आपात स्थिति से निपटने की सुविधाएं न के बराबर हैं, जिसके कारण वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था करने में देरी हुई. यात्रियों को बताया गया कि विमान में लैंडिंग के दौरान तकनीकी समस्या आ गई थी.
एयरलाइन कंपनी वर्जिन अटलांटिक ने बताया कि 2 अप्रैल को लंदन हीथ्रो से मुंबई जाने वाली वीएस358 उड़ान को तुर्की के दियारबाकिर हवाई अड्डे पर तत्काल मेडिकल इमरजेंसी के कारण डायवर्जन तथा उसके बाद आवश्यक तकनीकी निरीक्षण के कारण रद्द कर दिया गया. सभी यात्री तुर्की से अपनी आगे की यात्रा के बारे में अनिश्चित हैं क्योंकि एयरलाइन ने अभी तक किसी वैकल्पिक व्यवस्था की घोषणा नहीं की है. एक यात्री ने बताया, "एक यात्री को घबराहट का दौरा पड़ने के कारण आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी. तुर्की का हवाई अड्डा विमान को संभालने के लिए पर्याप्त कुशल नहीं है."
नाराज यात्रियों का फूटा गुस्सा
नाराज यात्रियों ने एयरलाइन और अधिकारियों से तत्काल वैकल्पिक परिवहन की व्यवस्था करने को कहा है. अपनी परेशानी शेयर करते हुए एक यात्री ने बताया कि उन्हें कोई आवास उपलब्ध नहीं कराया गया और वे हवाई अड्डे से बाहर जाने में असमर्थ हैं क्योंकि यह एक सैन्य अड्डा है.
वैकल्पिक विमान की व्यवस्था नहीं
एक अन्य फंसे हुए यात्री सागर कोचर ने बताया कि जब हम उतरे, तो पहले तो हम पांच घंटे तक विमान में ही रहे. फिर हमें उतरने के लिए कहा गया, क्योंकि एयरलाइन को विमान में तकनीकी समस्या को ठीक करना था. हम अब 13 घंटे से हवाई अड्डे पर हैं और वर्जिन अटलांटिक ने न तो हमारे लिए कोई व्यवस्था की है और न ही हमें यह जानकारी दी है कि हम मुंबई के लिए कब रवाना होंगे और फिर कुछ यात्रियों ने बताया कि विमान में कुछ खराबी आ गई है.
यात्रियों ने बताई परेशानी
अन्य यात्रियों ने बताया कि वर्जिन अटलांटिक ने उनसे कहा है कि यदि संभव हो तो वे वैकल्पिक आवास की व्यवस्था करें. यह इस्तांबुल नहीं है. एक अन्य यात्री ने कहा कि हम कोई भी व्यवस्था कैसे करते हैं, एयरलाइन को यह करना चाहिए. हम फर्श पर, कुर्सियों पर सो रहे हैं और जो भोजन दिया जा रहा है वह बिल्कुल भी खाने योग्य नहीं है.
यात्रियों के संपर्क में भारतीय दूतावास
इस बीच अंकारा स्थित भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भारतीय अधिकारी दियारबाकिर के अधिकारियों के संपर्क में हैं. फंसे हुए यात्रियों की देखभाल के लिए हर संभव समन्वय और प्रयास किए जा रहे हैं. यह पोस्ट एक यूजर के जवाब में लिखी गई थी, जिसने कहा था कि करीब 200 भारतीय यात्री वहां फंसे हुए हैं.
एयरलाइन कंपनी ने मांगी माफी
वर्जिन अटलांटिक ने बयान में यात्रियों को हुई असुविधा के लिए माफी मांगी. एयरलाइन कंपनी ने कहा, "हमारे ग्राहकों और चालक दल की सुरक्षा हमेशा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हमें हुई असुविधा के लिए खेद है. हम सभी उपलब्ध विकल्पों पर तत्काल विचार कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारे ग्राहक यथाशीघ्र मुंबई के लिए अपनी यात्रा जारी रख सकें, जबकि हमारे इंजीनियर विमान का आवश्यक तकनीकी निरीक्षण कर रहे हैं. जैसे ही हमें अद्यतन जानकारी मिलेगी, हम सभी संबंधित ग्राहकों को सूचित करेंगे.