फ़ूड डिलीवरी के सीओओ रिंशुल चंद्रा ने ज़ोमैटो से इस्तीफा, सामने आई ये वजह
ज़ोमैटो के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल लिखे इस्तीफे में चंद्रा ने लिखा, "मैं 7 अप्रैल 2025 से प्रभावी, इटरनल लिमिटेड के सीओओ - फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी बिजनेस के पद से इस्तीफा दे रहा हूं. उन्होंने कहा कि काफी सोच-विचार के बाद मैंने नए अवसरों और जुनूनों को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है, जो मेरे उभरते व्यक्तिगत और व्यावसायिक लक्ष्यों के साथ संरेखित हैं.

ज़ोमैटो के फ़ूड डिलीवरी व्यवसाय के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) रिंशुल चंद्रा ने अपना इस्तीफा दे दिया है. कंपनी ने शनिवार को जारी कर बताया कि चंद्रा ने "नए अवसरों और जुनून का पीछा करने" के लिए 5 अप्रैल से अपना पद छोड़ दिया.
रिंशुल चंद्रा ने क्या कहा?
ज़ोमैटो के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल लिखे इस्तीफे में चंद्रा ने लिखा, "मैं 7 अप्रैल 2025 से प्रभावी, इटरनल लिमिटेड के सीओओ - फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी बिजनेस के पद से इस्तीफा दे रहा हूं. उन्होंने कहा कि काफी सोच-विचार के बाद मैंने नए अवसरों और जुनूनों को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है, जो मेरे उभरते व्यक्तिगत और व्यावसायिक लक्ष्यों के साथ संरेखित हैं.
600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह ज़ोमैटो ने लगभग 600 कस्टमर सपोर्ट एग्जीक्यूटिव को नौकरी से निकाल दिया था, जिन्हें पिछले साल ही काम पर रखा गया था. इन कर्मचारियों को ज़ोमैटो एसोसिएट एक्सेलेरेटर प्रोग्राम (ZAAP) के ज़रिए भर्ती किया गया था, जिसे पिछले साल शुरू किया गया था. छंटनी का कारण ग्राहक सेवा संचालन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का बढ़ता उपयोग भी था. छंटनी का असर ज़ोमैटो के गुरुग्राम और हैदराबाद कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों पर पड़ा.
ज़ोमैटो ने कथित तौर पर अपने ZAAP कार्यक्रम के तहत लगभग 1,500 व्यक्तियों को शामिल किया था. शुरुआत में ग्राहक सहायता भूमिकाओं के लिए भर्ती किए गए इन कर्मचारियों को अधिक उन्नत पदों पर संभावित बदलाव का वादा किया गया था. हालांकि, जैसे-जैसे उनके अनुबंध समाप्त होने वाले थे, उनमें से कई का नवीनीकरण नहीं किया गया. यह छंटनी ज़ोमैटो द्वारा नगेट (Nugget) लॉन्च करने के एक महीने के भीतर हुई, जो कि इसका AI-संचालित ग्राहक सहायता प्लेटफॉर्म है जिसका उद्देश्य परिचालन को सुव्यवस्थित करना है.