Go First: गो फर्स्ट एयरलाइन ने 31 अगस्त तक रद्द की उड़ानें, बताई ये वजह
Go First: गो फर्स्ट एयरलाइंस ने परिचालन कारणों से 31 अगस्त 2023 तक अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है. कंपनी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक बयान जारी करते हुए यह जानकारी दी है.
हाइलाइट
- गो फर्स्ट एयरलाइन ने 31 अगस्त तक रद्द की उड़ाने.
- एयरलाइन कंपनी ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी.
- इससे पहले 2 मई को कंपनी ने रद्द की थी उड़ाने.
Go First: गो फर्स्ट एयरलाइंस ने परिचालन कारणों से 31 अगस्त 2023 तक अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है. कंपनी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक बयान जारी करते हुए यह जानकारी दी है. एयरलाइन द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि, "हमें यह बताते हुए खेद हो रहा है कि परिचालन कारणों से 31 अगस्त 2023 तक निर्धारित गो फर्स्ट की उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. उड़ान रद्द होने के कारण हुई असुविधा के लिए हमें खेद है."
गो फर्स्ट एयरलाइन ने आगे कहा कि "हम स्वीकार करते हैं कि उड़ानें रद्द किए जाने से आपकी यात्रा से संबंधित योजनाएं बाधित हो सकती हैं, लेकिन हम हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं. जैसा कि आप जानते हैं, कंपनी ने इसके तत्काल समाधान और परिचालन के लिए एक आवेदन दायर किया है. हम जल्द ही फिर से बुकिंग शुरू कर सकेंगे. हम आपके धैर्य के लिए धन्यवाद देते हैं."
Due to operational reasons, Go First flights until 31st August 2023 are cancelled. We apologise for the inconvenience caused and request customers to visit https://t.co/FdMt1cRR4b for more information. For any queries or concerns, please feel free to contact us. pic.twitter.com/aVqVfhzF9I
— GO FIRST (@GoFirstairways) August 28, 2023
कंपनी ने 2 मई रद्द कर दी थी उड़ानें
गौरतब है कि इससे पहले गो फर्स्ट एयरलाइन ने 2 मई को अपनी उड़ानें रद्द कर दीं और राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) के सामने स्वैच्छिक दिवालियापन के लिए याचिका दायर की थी. जिसमें कंपनी द्वारा कहा गया था कि अमेरिका की इंजन निर्माता कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी गो फर्स्ट को समय पर इंजन मुहैया नहीं कर रहा है.
डीजीसीए ने 114 उडानों की दी थी अनुमति
बता दें कि डीजीसीए ने गो फर्स्ट एयरलाइन को अपना परिचालन फिर से शुरू करने की सशर्त अनुमति दी है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा था कि गो फर्स्ट अंतरिम फंडिंग की उपलब्धता और नियामक द्वारा उड़ान कार्यक्रम की मंजूरी पर निर्धारित उड़ान संचालन फिर से शुरू कर सकता है. डीजीसीए ने 15 विमानों के साथ में रोजाना 114 उड़ानों के संचालन की अनुमति दी थी.