Gold Price Today: धनतेरस से पहले महंगा हुआ GOLD, मिडिल ईस्ट टेंशन के कारण नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा दाम
Gold Price Today: मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के कारण सोने और चांदी की कीमत नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं. इसक कारण ये है कि व्यापारियों की नजर अमेरिकी आंकड़ों पर भी थी, जिससे फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती पर दांव लगा हुआ था.
Gold Price Increased: देश में सोने की कीमतों ने लगातार दूसरे दिन नया रिकॉर्ड बनाया है. आज भारतीय बाजार में सोने की कीमतें बढ़कर लगभग 78,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच गई हैं. बता दें कि लगातार सोना-चांदी के दाम में इजाफा देखने को मिल रहा है. आज अंतरराष्ट्रीय बाजार में में सोना का दाम $2727 (लगभग 77640 रुपये) के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है. सोने की कीमतों में हालिया वृद्धि के पीछे अंतरराष्ट्रीय घटनाएं हैं.
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों की अनिश्चितता और मध्य पूर्व में चल रहे तनाव ने सोने की कीमतों को बढ़ावा दिया है. गुरुवार को जारी आंकड़ों से पता चला कि सितंबर में अमेरिकी खुदरा बिक्री में अनुमान से अधिक वृद्धि हुई है. इसके अलावा, अमेरिकी श्रम विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बेरोजगारी दामों में गिरावट आई है, जो आश्चर्यजनक है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 2,696.78 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गईं. यह वृद्धि तब हुई जब इजरायल ने हमास नेता याह्या सिनवार को मार गिराने की घोषणा की है. याह्या सिनवार वही व्यक्ति था, जिसने दक्षिण इजरायल पर हमले की योजना बनाई थी, जिसने गाजा में लंबे युद्ध को जन्म दिया था. ऐसे समय में निवेशक आमतौर पर कीमती धातुओं में सुरक्षा की तलाश करते हैं.
चुनाव का असर
5 नवंबर को होने वाले अमेरिकी चुनावों से पहले निवेशकों ने अपने पोर्टफोलियो को पुनः व्यवस्थित किया है, जिसके कारण इस सप्ताह सोने की कीमत में 1.4% की वृद्धि हुई. डोनाल्ड ट्रम्प और कमला हैरिस के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है. इस राजनीतिक प्रतिस्पर्धा ने बाजार में अनिश्चितता पैदा की है, जिससे निवेशक सोने को एक सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं.
मध्य पूर्व में बढ़ रहे तनाव का असर
मध्य पूर्व में चल रहे तनाव और युद्ध की आशंका भी सोने की कीमतों को बढ़ा रही है. जब भी किसी क्षेत्र में तनाव बढ़ता है, तो निवेशक सुरक्षित संपत्तियों की ओर रुख करते हैं, जिससे सोने की मांग बढ़ती है. सोने की मांग बढ़ने के कारण इसके दाम में भी इजाफा देखने को मिलता है.
यूरोपीय सेंट्रल बैंक की ब्याज दरों में कटौती
हाल ही में, यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की है, जो इस साल की तीसरी बार है. यह 13 सालों में पहली बार है जब इतनी बड़ी कटौती की गई है. आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण आगे भी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद की जा रही है, जिससे सोने को और समर्थन मिलेगा.