Google Penalty : गूगल पर लगी 32.5 मिलियन की पेनल्टी, जानिए क्या है मामला
सैन फ्रांसिस्को जूरी ने मामले में इस बात का पता चला कि गूगल ने सोनोस के दो पेटेंटों में से एक का उल्लंघन किया है। इसको लेकर जूरी सदस्यों ने गूगल को बेचे गए 14 मिलियन से अधिक डिवाइस में से प्रत्येक के लिए गूगल 2.30 डॉलर का भुगतान करने को कहा है।
दुनियाभर की सबसे बड़ी टेक कंपनी गूगल को कई मिलियन का जुर्माना लगा है। अमेरिका की एक कोर्ट ने कंपनी पर स्मार्ट स्पीकर पेटेंट का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगाया है। कोर्ट ने गूगल को हाई-टेक ऑडियो टेक्नोलॉजी कंपनी सोनोस को 32.5 मिलियन डॉलर का भुगतान करने का आदेश दिया है।
दरअसल सैन फ्रांसिस्को जूरी ने मामले में इस बात का पता चला कि कंपनी ने सोनोस के दो पेटेंटों में से एक का उल्लंघन किया है। इसको लेकर जूरी सदस्यों ने गूगल को बेचे गए 14 मिलियन से अधिक डिवाइस में से प्रत्येक के लिए गूगल 2.30 डॉलर का भुगतान करने को कहा है।
सोनोस के पांच पेटेंट का उल्लंघन
यूएस इंटरनेशनल ट्रेड कमिशन ने जनवरी 2022 में एक फैसले में कहा था कि गूगल ने स्मार्ट स्पीकर से संबंधित हाई-टेक स्पीकर और ऑडियो टेक्नोलॉजी कंपनी सोनोस के पांच पेटेंट का उल्लंघन किया है। वहीं पिछले साल अगस्त में एक अमेरिकी न्यायाधीश ने गूगल ने सोनोस पेटेंट का उल्लंघन किया है।
सोनोस ने 2020 में दायर किया था मुकदमा
सोनोस ने जनवरी 2020 में गूगल पर उसके वायरलेस स्पीकर डिजाइन की के रूप को कॉपी करने के लिए मुकदमा दायर किया था। साथ ही कंपनी के आईटीसी से लैपटॉप, फोन और स्पीकर जैसे गूगल प्रोडक्ट्स पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया। आपको बता दें कि इस मामले में सोनोस के सीईओ पैट्रिक स्पेंस ने यूएस हाउस एंटीट्रस्ट कमेटी के समक्ष गवाही भी दी थी। उन्होंने कहा था कि गूगल ने कंपनी को अमेजन के एलेक्सा असिस्टेंट और गूगल असिस्टेंट दोनों को एक ही समय में सक्रिय होने से रोक दिया।
गूगल का बयान
सोनोस ने गूगल पर कुल 100 पेटेंट का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। गूगल ने इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कंपनी ने कहा कि हम अपने प्रोडक्ट्स को आयात करने या बेचने की हमारी क्षमता पर कोई प्रभाव पड़ने की उम्मीद नहीं करते हैं। कंपनी ने हमेशा कहा है कि इसकी तकनीक स्वतंत्र रूप से विकसित की गई थी और इसे सोनोस से कॉपी नहीं किया गया था।