GST से सरकार के खजाने में छप्पर फाड़ आ रहे पैसे, मार्च महीने में 1.96 लाख करोड़ का कलेक्शन
GST कलेक्शन के जरिए सरकार के खजाने में तेजी से वृद्धि हो रही है. फरवरी महीने के मुकाबले मार्च महीने अधिक जीएसटी कलेक्शन हुआ है. ऐसे में यह 9.9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ मार्च महीने में सरकार को जीएसटी से कुल 1.96 लाख करोड़ रुपये मिले हैं.

GST Collection: मार्च महीने में भारत के जीएसटी कलेक्शन में बंपर वृद्धि देखने को मिली है, जो कि 9.9 प्रतिशत बढ़कर 1.96 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. यह जानकारी मंगलवार, 1 अप्रैल को सरकारी आंकड़ों के माध्यम से साझा की गई. इस बढ़ोतरी में मुख्य योगदान घरेलू लेनदेन से प्राप्त होने वाली जीएसटी आय का रहा, जो 8.8 प्रतिशत बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये हो गई. वहीं, आयातित सामानों से प्राप्त होने वाली जीएसटी आय 13.56 प्रतिशत बढ़कर 46,919 करोड़ रुपये तक पहुंची.
मार्च के महीने में कुल रिफंड में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जो 41 प्रतिशत बढ़कर 19,615 करोड़ रुपये हो गया. रिफंड को समायोजित करने के बाद, मार्च 2025 में नेट जीएसटी रेवेन्यू 1.76 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा, जो पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 7.3 प्रतिशत अधिक था.
फरवरी के मुकाबले मार्च में अधिक कलेक्शन
फरवरी महीने के मुकाबले मार्च का कलेक्शन अधिक रहा. फरवरी में घरेलू स्रोतों से जीएसटी कलेक्शन 9.1 प्रतिशत बढ़कर 1.83 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा था. जनवरी में भी कलेक्शन में बढ़ोतरी देखी गई थी, जो 1.96 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा था, जो पिछले साल की इसी अवधि से 12.3 प्रतिशत अधिक था. वहीं दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन 1.77 लाख करोड़ रुपये रहा, जो कि साल दर साल 7.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है, हालांकि नवंबर की तुलना में यह वृद्धि धीमी रही थी, जिसका कारण त्योहारों के बाद खपत में कमी था.
सरकार ने जीएसटी रेवेन्यू में 11 प्रतिशत वृद्धि का जताया था अनुमान
सरकार ने अपने बजट में जीएसटी रेवेन्यू में 11 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान जताया था, जिसके तहत इस वित्तीय वर्ष में केंद्रीय जीएसटी और क्षतिपूर्ति उपकर सहित कुल 11.78 लाख करोड़ रुपये के कलेक्शन की उम्मीद जताई गई थी.