70 घंटे काम चाहने वाले मूर्ति की कंपनी को GST का नोटिस, इन्फोसिस ने दी ये सफाई

GST Notice to Infosys: बीते साल अक्टूबर में इंफोसिस कंपनी के मालिक नारायण मूर्ती ने कहा था कि, चीन जैसे देशों से मुकाबला करने के लिए भारत के युवाओं को कम से कम 70 घंटे काम करने की जरूरत है. इस बीच अब कंपनी को करोडों का GST नोटिस जारी हुआ है. इस नोटिस पर बुधवार को कंपनी ने अपनी सफाई दी है. स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सूचना में कंपनी ने टैक्स डिपार्टमेंट के पत्र को पूर्व कारण बताओ नोटिस बताया और कहा कि उनका मानना ​​है कि विवादित व्यय पर जीएसटी लागू नहीं है.

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GST Notice to Infosys: भारत की दूसरी सबसे बड़ी दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस को जीएसटी विभाग की तरफ से 32,403 करोड़ रुपये का नोटिस दिया गया है. GST अधिकारियों द्वारा भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि विदेशी शाखाओं से सेवाएं प्राप्त करने के एवज में कंपनी ने जीएसटी का भुगतान नहीं किया गया है. 5 साल के बीच कंपनी को विदेशी शाखाओं से प्राप्त सेवाओं पर रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म पर 32,403 करोड़ टैक्स बाकी है. इस मामले में कंपनी ने बुधवार को अपनी सफाई दी है.

कंपनी ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में बताया है कि उसे कर्नाटक स्टेट जीएसटी अथॉरिटी की ओर से जो नोटिस आया है वो जुलाई 2017 से मार्च 2022 के बीच का है. यह मामला इन्फोसिस लिमिटेड के विदेशों में स्थित शाखाओं के खर्चों से जुड़ा हुआ है. कंपनी इस नोटिस का जवाब तैयार कर रही है जो समय आने पर दिया जाएगा. कंपनी ने ये भी कहा कि वस्तु एवं सेवाकर के नियमों के मुताबिक ऐसे खर्चों पर जीएसटी लागू नहीं होता है.

GST नोटिस पर इंफोसिस ने दी सफाई

आईटी कंपनी ने कहा कि कर्नाटक राज्य जीएसटी अधिकारियों ने इंफोसिस लिमिटेड के विदेश शाखा कार्यालयों द्वारा किए गए खर्चों के लिए कारण बताओं नोटिस भेजा है. कंपनी ने नोटिस पर सफाई देते हुए कहा कि, नियमों के अनुसार, ऐसे खर्चों पर जीएसटी लागू नहीं होता है. हालांकि, कंपनी इस जवाब तैयार कर रही है. इसके अलावा कंपनी ने ये भी कहा कि, भारतीय इकाई को विदेशी शाखाओं द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं जीएसटी के अधीन नहीं हैं." कंपनी ने कहा कि, इंफोसिस ने अपने सभी बकाए टैक्स चुका दिया है और इस मामले मं केंद्र और राज्य के नियमों को पूरी तरह से पालन कर रही है.

क्या है पूरा मामला

रिपोर्ट के मुताबिक, जीएसटी अधिकारियों ने दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस को जो नोटिस भेजे हैं उसमें कहा गया है कि, विदेशी शाखाओं से सेवाएं प्राप्त करने के एवज में कंपनी ने जीएसटी का भुगतान नहीं किया है. हालांकि, कंपनी ने अपने सभी बकाया जीएसटी टैक्स का भुगतान करने का दावा किया है. जीएसटी द्वारा जारी नोटिस के मुताबिक, कंपनी को विदेशी शाखाओं से प्राप्त सेवाओं पर रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म पर 32,403 करोड़ रुपये का टैक्स बाकी है और कंपनी इस राशि के भुगतान के लिए जिम्मेदार है. वहीं कंपनी का कहना है कि, यह मामला इन्फोसिस लिमिटेड के विदेशों में स्थित शाखाओं के खर्चों से जुड़ा हुआ है और ऐसे खर्चों पर जीएसटी लागू नहीं होता है.

वीक में 70 घंटे काम की सलाह दे चुके हैं मूर्ती

इंफोसिस के संस्थापक एन.आर. नारायण मूर्ति ने अपने एक बयान में कहा था कि, अगर भारत की अर्थव्यवस्था दूसरे देशों जैसे चीन की तरह मजबूत करना है तो भारत के युवाओं को 70 घंटे काम करना चाहिए. अपनी पत्नी सुधा मूर्ति के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि इस देश में युवाओं को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है, जहां कम सुविधा प्राप्त लोग पहले से ही अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए बेहद कड़ी मेहनत करते हैं. मूर्ती ने यह बयान कंपनी के पूर्व सीएफओ मोहनदास पई के साथ 3 one 4 कैपिटल के पॉडकास्ट द रिकॉर्ड के पहले एपिसोड में भारत की ग्रोथ रेट, युवाओं की भूमिका, करप्शन और पार्क प्रोडक्टिविटी समेत कई मुद्दों पर अपनी राय जाहिर की थी.


First Updated : Thursday, 01 August 2024