IDFC-IDFC First Bank Merger : देश के दो बड़े बैंक का आपस में विलय होने वाला है. इनका नाम आईडीएफसी और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने दोनों बैंकों के विलय की मंजरी दे दी है. सोमवार 18 दिसंबर को आरबीआई ने इनके मर्जर की मंजूरी दी है. इससे पहले भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने भी इनको विलय करने की इजाजत दी थी. इस खबरे के सामने आने बाद शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई. सोमवार को IDFC बैंक के शेयर 0.27 फीसदी से गिरकर 89.74 पर बंद हुए. वहीं बीएसई सेंसेक्स में 0.24 फीसदी गिरावट आई.
IDFC-IDFC फर्स्ट बैंक के विलय के तय रेशियों 155:100 के बीच तय किया गया है. आईडीएफसी के 100 शेयर के बदले में आईडीएफसी बैंक को 155 शेयर मिलेंगे. IDFC फर्स्ट बैंक में IDFC की कुल 39.93 फीसदी हिस्सेदारी है. वहीं आईडीएफसी लिमिटेड के पास आईडीएफसी फाइनेंशियल होल्डिंग के पास 2.4 लाख करोड़ रुपये के एसेंट्स मार्च, 2023 तक थे.
इसके अलावा बैंक ने 27,194.51 करोड़ रुपये के टर्नओवर के साथ वित्त वर्ष 2023 में कुल 2,437.13 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. इस साल दूसरी तिमाही में बैंक ने 35.2 प्रतिशत से बढ़कर 751.3 करोड़ रुपये रहा. पिछले साल यह 556 करोड़ रुपये था.
इससे पहले HDFC बैंक मर्जर की डील हुई थी. फाइनेंशियल सेक्टर में यह दूसरा सबसे बड़ी विलय का समझौता है. यह डील आरबीआई, सेबीस सीसीआई, एनसीएलटी, बीएसई, एनएसई और दूसरे रेगुलेटरी अथॉरिटी व संबंधित मंजूरी के अधीन है. आपको बता दें कि साल 2018 में IDFC और कैपिटल फर्स्ट का विलय करके इसे IDFC फर्स्ट बैंक बनाया गया था. First Updated : Tuesday, 19 December 2023