भारत की GDP ने जापान के छुड़ाए पसीने, 2027 तक जर्मनी को भी पीछे छोड़ने की संभावना
भारत, 2024-25 के तीसरे क्वार्टर तक जापान को पछाड़कर चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के रास्ते पर है. पिछले 10 सालों में भारत की अर्थव्यवस्था 105% बढ़ी है, जबकि जापान का GDP स्थिर रहा है. अगर ये वृद्धि जारी रहती है, तो भारत 2032 तक 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है.

भारत, जो वर्तमान में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, 2024-25 के तीसरे क्वार्टर तक जापान को पीछे छोड़कर चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के आंकड़ों के अनुसार, भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) पिछले एक दशक में दोगुना हो चुका है, जो 2015 में 2.1 ट्रिलियन डॉलर था और 2025 में 4.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है.
भारत की अर्थव्यवस्था ने पिछले दस सालों में 105% की वृद्धि दर्ज की है, जबकि जापान का GDP स्थिर रहा है. ये वृद्धि भारत को जापान के करीब ले आई है, जिसका GDP वर्तमान में 4.4 ट्रिलियन डॉलर है. अगर ये वृद्धि इसी तरह होती रही, तो भारत 2027 के दूसरे क्वार्टर तक जर्मनी को भी पछाड़ सकता है, जिसका GDP 4.9 ट्रिलियन डॉलर है.
भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि
भारत ने पिछले दशक में कई प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को पछाड़ते हुए तेजी से वृद्धि की है. चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका और प्रमुख यूरोपीय देशों के मुकाबले भारत की अर्थव्यवस्था ने बेहतर प्रदर्शन किया है. इस दौरान, चीन का GDP 76%, अमेरिका का 66%, जर्मनी का 44%, फ्रांस का 38% और यूके का 28% बढ़ा है.
व्यापार और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत की आर्थिक वृद्धि को असाधारण बताते हुए कहा कि भारत ने G7, G20 और BRICS देशों में से सभी को अपने आर्थिक विस्तार के मामले में पीछे छोड़ दिया है.
भारत की आर्थिक वृद्धि का इतिहास
भारत के वैश्विक आर्थिक रैंकिंग में लगातार सुधार हो रहा है. इसे पहला 1 ट्रिलियन डॉलर का GDP बनाने में 6 दशक लगे थे, जो साल 2007 में हुआ. 7 साल बाद 2014 में भारत ने 2 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार किया. कोरोना महामारी के बावजूद, भारत की अर्थव्यवस्था 2021 में 3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंची और अब मात्र चार साल में 4.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है.
तेजी से बढ़ रहा भारत का GDP
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर ये गति बनी रहती है, तो भारत हर 1.5 साल में अपने GDP में 1 ट्रिलियन डॉलर का इजाफा कर सकता है. इस रफ्तार से, भारत 2032 के आखिर तक 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है.