भारतीय अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार, सरकार ने जारी किए आंकड़े, जानें पूरी बात

India's GDP: भारत का सकल घरेलू उत्पाद इस वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 6.7 प्रतिशत के निचले स्तर पर आ गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 8.2 प्रतिशत था. शुक्रवार को सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों में यह बात सामने आई है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, ग्रोथ में कमी के पीछे मुख्य वजह कृषि क्षेत्र का खराब प्रदर्शन है. भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है, क्योंकि अप्रैल-जून तिमाही में चीन की जीडीपी वृद्धि 4.7 प्रतिशत रही.

JBT Desk
JBT Desk

India's GDP: भारतीय अर्थव्यस्था में बढ़ोतरी देखने को मिली है. सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों से शुक्रवार को पता चला कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था वास्तविक रूप से 6.7 प्रतिशत बढ़ी है. पिछले साल इसी तिमाही में भारत की वृद्धि 8.2 प्रतिशत थी. पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही की विकास दर 8.5 प्रतिशत की तुलना में 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में नाममात्र जीडीपी में 9.7 प्रतिशत की वृद्धि दर देखी गई है.

भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी नए मौद्रिक नीति बैठक में 2024-25 के लिए जीडीपी वृद्धि 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, जिसमें पहली तिमाही में 7.1 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 7.3 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 में अर्थव्यवस्था 7.2 प्रतिशत और 2021-22 में 8.7 प्रतिशत बढ़ी.

सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था

कई वैश्विक रेटिंग एजेंसियों और संगठनों ने भी भारत के लिए अपने विकास पूर्वानुमानों में बदलाव किए है. जुलाई में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने 2024 के लिए भारत के विकास अनुमानों को 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया, जिससे उभरते बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के बीच देश की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में स्थिति मजबूत हुई. 

चीन की जीडीपी वृद्धि 4.7 प्रतिशत रही

IMF ने पहले 2024 के लिए 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान लगाया था, जिसे संशोधित कर 6.8 प्रतिशत और अब 7 प्रतिशत कर दिया है. इसने अपने विकास अनुमानों के पीछे घरेलू मांग में मजबूती और मजबूती और कामकाजी उम्र की बढ़ती आबादी को जिम्मेदार ठहराया था. पिछले महीने संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण ने रूढ़िवादी रूप से 2024-25 के लिए भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.5-7 प्रतिशत लगाया, यह स्वीकार करते हुए कि बाजार की उम्मीदें अधिक हैं. वास्तविक जीडीपी वृद्धि मुद्रास्फीति के लिए समायोजित रिपोर्ट की गई आर्थिक वृद्धि है.

भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

विश्व बैंक ने भी चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के जीडीपी विकास पूर्वानुमान को 20 आधार अंकों से बढ़ाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया है, जो जनवरी में किए गए 6.4 प्रतिशत के अपने पहले के अनुमान से अधिक है. विश्व बैंक ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश बना रहेगा, हालांकि इसके विस्तार की गति धीमी होने की उम्मीद है. 

calender
30 August 2024, 08:15 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो

Subscribe to Our YouTube Channel!

Stay updated with our latest videos. Click the button below to subscribe now!