भारत सरकार देश के कोने-कोने तक रेलवे सेवाओं को बेतहर करने के लिए नए-नए कदम उठा रही है। लगातार देश में नई रेलवे सेवाओं को शुरू किया जा रहा है। अब भारतीय रेलवे ने एक और इतिहास रच दिया है। गुरुवार 26 अप्रैल को भारत का पहला केबल आधारित केबल पुल बनकर तैयार हो गया है। इसके बाद भारतीय रेलवे कश्मीर घाटी को रेल सेवाओं से जोड़ पाने में सफल होगी।
देश के प्रथम केबल ब्रिज का नाम अंजी खडड् ब्रिज रखा गया है। यह पुल जम्मू-कश्मीर में ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना में से सबसे अहम है। आपको बता दें कि इस केबल ब्रिज को हिमालय के दुर्गम पहाड़ी इलाकों में बनाया जा रहा है। केंद्र सरकार वर्ष 2023 के आखिरी में या अगले वर्ष की शुरुआत में कश्मीर तक रेल पहुंचाने की दिशा में तेजी से कदम उठा रही है। जिससे वहां रेल नेटवर्क को पहुंचाया जा सके।
26 अप्रैल 2023 को अंजी खड्ड ब्रिज पर सभी 96 केबल को स्थापित कर दिया गया है। केबल ब्रिज को 11 महीने में तैयारी किया गया है। इसके 47 सेगमेंट में से केबल स्पोर्ट वाले 44 सेगमेंट लांच कर दिए हैं। बाकी के तीन सेगमेंटों का काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार केबल ब्रिज स्ट्रक्चर को मई तक तैयार कर लिया जाएगा।
अंजी खड्ड ब्रिज अंजी नदी, और गहरे खड्डों को पार करता है। बता दें अंजी नदी चिनाब नदी की एक सहायक नदी है। इसके बाद यह पुल कटरा छोर पर सुरंग टी-2 व रियासी छोर पर सुरंग टी-3 को आपस में लिंक करेगा।
केबल आधारित अंजी खड्ड ब्रिज को बहुत लंबा बनाया गया है। इसकी कुल लंबाई 725 मीटर है, जिसमें 473 मीटर लंबा असममित केबल आधारित पुल शामिल है। इसके अलावा इस पुल की नींव 193 मीटर की ऊंचाई है। जोकि धरती से 331 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
साथ ही इस ब्रिज में इकहरी लाइन का रेलपथ है और 3.75 मीटर चौड़ी सर्विस रोड है। मिली जानकारी के अनुसार यह पुल 213 किलोमीटर प्रति घंटे की हवा का सामना कर सकता है। केबल ब्रिज का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर ट्रेनें 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी। First Updated : Friday, 28 April 2023