Nirmala Sitharaman : सोमवार 24 जुलाई को संसद मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में प्रश्नकाल में अनैतिक तरीके से लोन रिकवरी करने को लेकर सवाल किया गया. पहले इस सवाल का जवाब वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड दे रहे थे. बाद में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण खुद इस सवाल का जवाब दिया. उन्होंने बैंको को निर्मम तरीके से लोन रिकवरी करने से आगाह किया है. वित्त मंत्री ने कहा कि हमें बैंको द्वारा जबरदस्ती से लोन को रिकवरी करने की शिकायतें मिली हैं. इसलिए उन्होंने सरकारी और निजी सभी बैंको को सलाह दी है कि वो लोन रीपेमेंट के प्रोसेस के दौरान सख्त कदम उठाने से परहेज करें.
वित्त मंत्री ने देश के सभी पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर को निर्देश दिए हैं कि वो लोन भुगतान के लिए मानवता और संवेदनशीलता को ध्यान में रखें. इससे पहले 6 जुलाई को वित्त मंत्री ने सरकारी बैंकों के प्रतिनिधियों के साथ बैंकों के कामकाज के संबंध में समीक्षा बैठक की थी. इस बैठक में ग्राहकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सेवाओं को सरल बनाने के लिए कहा गया था. साथ ही कस्टमर्स की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने को कहा गया था.
भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले दिनों बैंकों के रिकवरी एजेंट्स के द्वारा ग्राहकों को प्रताड़ित करने के बढ़ते मामलों को लेकर संज्ञान लिया था. इस संबंध में आरबीआई ने गाइडलाइंस भी तैयार की है. जिसके तहत रिकवरी एजेंट्स द्वारा किसी कस्टमर्स से की गई बदसलूकी और उनकी कार्रवाई की जिम्मेदारी अब बैंकों, एनबीएफसी और फिनटेक कंपनियों पर होगी. साथ ही आरबीआई ने कहा कि रिकवरी कॉल सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक ही की जा सकती है. रिकवरी एजेंट्स सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक मैसेज नहीं भेज सकते हैं. First Updated : Tuesday, 25 July 2023