मेहुल चोकसी की महाठगी: PNB घोटाले से वैश्विक फरारी तक, सदी की सबसे बड़ी साजिश का पर्दाफाश
एक मामूली हीरे के कारोबारी से लेकर अरबों रुपये की Banking Fraud के मास्टरमाइंड तक, मेहुल चोकसी की कहानी हैरान कर देने वाली है. PNB Scam घोटाले में उसने न सिर्फ देश की आर्थिक व्यवस्था को हिलाया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कानून को मात देने की साजिश भी रची. पहचान बदलकर फरार होने और राजनीतिक दबावों का इस्तेमाल कर छिपने की उसकी चालें किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं हैं.

नई दिल्ली: भारत के बैंकिंग इतिहास में दर्ज एक ऐसा घोटाला, जिसने देश-विदेश में तहलका मचा दिया था. गीतांजलि जेम्स के मालिक मेहुल चोकसी ने कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से पंजाब नेशनल बैंक को 13,850 करोड़ रुपये का चूना लगाया. सालों की परत दर परत खुलती इस साजिश का पर्दाफाश तब हुआ, जब फर्जी दस्तावेजों और अवैध गारंटी के सहारे जुटाई गई मोटी रकम वापस नहीं की गई. अब बेल्जियम में चोकसी की गिरफ्तारी के बाद यह बहुचर्चित घोटाला एक बार फिर सुर्खियों में है और भारत की जांच एजेंसियां उसकी वापसी की तैयारी में जुट गई हैं.
पीएनबी घोटाला क्या है?
2018 की शुरुआत में देश को हिला देने वाला यह घोटाला दरअसल एक सुनियोजित बैंकिंग धोखाधड़ी थी. मेहुल चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी ने मिलकर पंजाब नेशनल बैंक से करीब 13,850 करोड़ रुपये ठगे. पीएनबी के कुछ अफसरों के साथ मिलकर लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOU) के जरिए विदेशी बैंकों से बिना किसी गारंटी और तय प्रक्रिया के लोन जुटाया गया.
जांच एजेंसियों की कड़ी मेहनत
सीबीआई और ईडी ने इस घोटाले की परतें खोलीं. जांच में गीतांजलि ग्रुप के बैंकिंग हेड विपुल चितालिया, फाइनेंस ऑफिसर (दिवंगत) दीपक कुलकर्णी और तत्कालीन पीएनबी अधिकारी गोकुलनाथ शेट्टी के बयानों ने पूरे खेल को उजागर कर दिया. पता चला कि कैसे हर स्तर पर साजिश रची गई और योजनाबद्ध तरीके से बैंक को चूना लगाया गया.
एंटीगुआ से बेल्जियम तक यात्रा
घोटाले की भनक लगते ही चोकसी 2017 में एंटीगुआ और बारबुडा भाग गया, जहां उसने नागरिकता ले ली. भारत ने उसके प्रत्यर्पण के प्रयास शुरू किए, लेकिन मामला कानूनी पेंच में फंस गया. इसी बीच नवंबर 2023 में वह बेल्जियम पहुंच गया, जहां उसने गलत जानकारी देकर रेजीडेंसी कार्ड ले लिया. चोकसी की योजना इलाज के बहाने स्विट्जरलैंड भागने की थी - लेकिन उससे पहले ही बेल्जियम पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
अब भारत की एजेंसियों का अगला कदम क्या होगा?
अब उसे देश वापस लाने के लिए भारतीय एजेंसियां पूरी तरह सक्रिय हो गई हैं. इंटरपोल रेड नोटिस हटाए जाने के बावजूद भारत ने दबाव बनाए रखा और अब नतीजा सामने है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में चोकसी भारत की जेल में होगा.
मेहुल चोकसी कौन है?
गीतांजलि जेम्स के मालिक मेहुल चोकसी देशभर में 4000 से ज्यादा ज्वेलरी स्टोर का नेटवर्क चलाते थे. नीरव मोदी के मामा होने के अलावा चोकसी इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड भी था.