तेल-तिलहन कीमतों में उछाल, डॉलर के मुकाबले रुपये का कमजोर होना है वजह

Edible Oil Price: तेल-तिलहन बाजार में बीते सप्ताह मजबूती देखी गई. इसका मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में आयातित खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतें और डॉलर के मुकाबले रुपये का कमजोर होना रहा. आगामी त्योहारों के चलते मांग बढ़ने और आवक में कमी के कारण भी तेल-तिलहन की कीमतों में सुधार दर्ज किया गया.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Edible Oil Price: देश के तेल-तिलहन बाजार में बीते सप्ताह अधिकांश तेलों के दाम में सुधार देखने को मिला. अंतरराष्ट्रीय बाजार में आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में बढ़ोतरी, रुपये की गिरावट और आगामी त्योहारों के कारण आवक में कमी इसका प्रमुख कारण रही. साथ ही, विनिमय दर बढ़ने से भी खाद्य तेलों की कीमतों में मजबूती दर्ज की गई.

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि डॉलर के मुकाबले रुपये का कमजोर होना और आयात महंगा पड़ना, तेल-तिलहन बाजार में सुधार के मुख्य कारक हैं. इसके अलावा, कुछ खास तेलों की उपलब्धता में कमी के चलते भी बाजार में मजबूती बनी हुई है.

खाद्य तेलों की कीमतों में उछाल

बीते सप्ताह सोयाबीन डीगम तेल की कीमत 1,085-1,090 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 1,110-1,115 डॉलर प्रति टन तक पहुंच गई. इसी तरह, कच्चे पामतेल (CPO) की कीमत 1,145-1,150 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 1,170-1,175 डॉलर प्रति टन हो गई.

विनिमय दर में बदलाव के कारण आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में भी वृद्धि देखी गई. सीपीओ का दाम 40 रुपये प्रति क्विंटल, पामोलीन का दाम 54 रुपये प्रति क्विंटल और सोयाबीन डीगम का दाम 40 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ा.

सूरजमुखी तेल की ऊंची कीमत से आयात प्रभावित

विशेषज्ञों के अनुसार, सूरजमुखी तेल की कीमत 1,180 डॉलर प्रति टन होने के कारण इसका आयात प्रभावित हुआ है, जिससे खाद्य तेलों की उपलब्धता पर असर पड़ा है. उन्होंने सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि इस कमी को पूरा करने के लिए कौन सा विकल्प अपनाया जाएगा.

बाजार में तेल की कीमतों का हाल

  1. सरसों तेल: सरसों दाने का थोक भाव 50 रुपये की तेजी के साथ 6,100-6,200 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ. सरसों दादरी तेल 150 रुपये बढ़कर 13,200 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंचा.

  2. सोयाबीन तेल: सोयाबीन दाने और लूज के दाम 75-75 रुपये बढ़कर क्रमश: 4,300-4,350 रुपये और 4,000-4,100 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए.

  3. पाम तेल: कच्चे पाम तेल (CPO) का दाम 650 रुपये बढ़कर 12,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गया. पामोलीन दिल्ली का भाव 650 रुपये बढ़कर 14,350 रुपये प्रति क्विंटल तथा पामोलीन एक्स कांडला तेल 13,350 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ.

  4. मूंगफली तेल: मूंगफली तेल गुजरात और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल क्रमश: 100 रुपये और 20 रुपये की बढ़त के साथ 14,050 रुपये और 2,135-2,435 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ.

बाजार की मौजूदा स्थिति और आगे की संभावनाएं

विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी त्योहारों के कारण मांग में और बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे खाद्य तेलों की कीमतें और ऊपर जा सकती हैं. साथ ही, रुपये की कमजोरी और आयात महंगा होने के चलते बाजार में मजबूती बनी रह सकती है.

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09 February 2025, 12:33 PM IST

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