Parle-G : जानिए कौन हैं Parle-G बिस्कुट के पैकेट पर बनी लड़की, कंपनी ने बदली पैकैजिंग

Parle Girl : सोशल मीडिया पर फोटो में पारले गर्ल की जगह पैकेट पर किसी लड़के की फोटो नजर आ रही है. सभी सोच रहे हैं कि क्या पारले गर्ल को रिप्लेस कर दिया गया है.

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Parle-G Biscuit : चाय के साथ बिस्कुट खाना हर किसी को बहुत पंसद होता है. अगर बिस्कुट की बात हो रही हो और Parle-G का नाम ना आए ऐसा कभी हो सकता है क्या? बच्चे-बूढ़े या फिर जवान हर किसी को Parle-G खाना बहुत पसंद होता है. आज के समय में भी यह सबसे ज्यादा बिकने वाला बिस्कुट है. लेकिन क्या आप जानते हैं बिस्कुट के पैकेट पर बनी प्यारी सी बच्ची कौन है? पारले गर्ल को लोग बहुत पसंद करते हैं. यह कंपनी सालों पुरानी है लेकिन आज भी इसके पैकेट पर पारले गर्ल बनी हुई है.

क्या बदल गई पैकेट पर तस्वीर

पारले कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक पारले जी बिस्कुट के पैकेट की नई फोटो शेयर की है. यह पोस्ट तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. फोटो में पारले गर्ल की जगह पैकेट पर किसी लड़के की फोटो नजर आ रही है. अब सभी सोच रहे हैं कि क्या पारले गर्ल को रिप्लेस कर दिया गया है. ये तस्वीर कंटेंट क्रिएटर जेवरान जे बुन्शाह की है. कंपनी ने इस फोटो को शेयर किया है जिसमें पैकेट पर Parle-G की जगह पर Bunshah-G लिखा हुआ है और पारले गर्ल की जगह उनकी फोटो बनी हुई है.

कंपनी ने किया पोस्ट

सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट को कंपनी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया है. दरअसल जेवरान जेबन्शाह ने अपने फॉलोअर्स से पूछा कि अगर आप पारले के मालिक से मिलें तो क्या आप उन्हें पारलेसर, मिस्टर पालेया जी कहकर बुलाएंगे? इस वीडियो पर लोग अपना-अपना रिएक्शन दे रहे हैं. कंपनी ने इस वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कहा कि आप हमें ओजी भी कह सकते हैं. साथ ही कंपनी ने पारले-जी बिस्कुट के रैपर पर पारले गर्ल की जगह बुन्शाह की स्माइल करते हुए फोटो भी शेयर की.

कौन है पारले गर्ल

पारले-जी बिस्कुट के रैपर पर एक प्यारी सी बच्ची की फोटो बनी हुई है. दावा किया जाता है कि ये नीरू देशपांडे, सुधा मूर्ति और गुंजन गुंडानिया तीनों में से किसी एक की बचपन की तस्वीर है. इसमें सबसे ज्य़ादा नीरू देशपांडे का नाम लिया जाता है. वहीं कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि ये फोटो नागपुर की रहने वाली किसी नीरू की है.

तब नीरू 4 साल की थी और उनकी ये तस्वीर इतनी प्यारी थी कि उसे पारले-जी की पैकिंग के लिए चुना गया. वहीं पार्ले प्रोडक्ट्स ग्रुप के प्रोडक्ट मैनेजर मयंक शाह ने सभी दावों को गलत बताया था. उन्होंने कहा था कि पैकेट पर दिखने वाला बच्चा एक इलस्ट्रेशन है और इसे 60 के दशक में बनाया गया था.

कब हुई पारले की शुरुआत

पारले कंपनी की शुरुआत वर्ष 1929 में हुई थी. 90 से दशक में चाय के साथ पार्ले जी का कॉम्बिनेशन बहुत फेमस था. पैकेट पर लड़की की तस्वीर ने इस प्रोडक्ट को दुनिया भर में अलग ही पहचान दिलाई है. जानकारी के अनुसार कंपनी ने पारले का नाम मुंबई के विले-पार्ले इलाके से लिया था.

कंपनी ने 1930 में पहली बार पारले-ग्लूको नाम से बिस्कुट का उत्पादन शुरू किया था. इसलिए बिस्कुट का नाम Parle-Gloco (Parle-G) था. लेकिन आजादी के बाद ग्लूको बिस्किट का उत्पादन बंद हो गया था. तभी से बिस्कुट का पार्ले जी के नाम से ही जाना जाता है. First Updated : Thursday, 28 December 2023

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