चीन के साथ व्यापार पर पीयूष गोयल का बड़ा बयान, क्या भारत को मिल रहे हैं उचित दाम?

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने चीन की व्यापार नीतियों पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि चीन से भारत को उचित मूल्य नहीं मिल रहा. उनका कहना है कि बीजिंग अपने विकृत तरीके से वैश्विक व्यापार को प्रभावित कर रहा है. साथ ही उन्होंने राहुल गांधी और चीन के बीच हुए समझौते को लेकर भी चिंता जताई. क्या यह असंतुलन भारत की अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की घंटी है? जानिए इस पूरे विवाद के पीछे की कहानी और चीन-अमेरिका के व्यापार युद्ध का वैश्विक असर!

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Edited By: Aprajita

Piyush Goyal Slams China: भारत के केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में चीन पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है और वैश्विक व्यापार में चीन की बढ़ती भूमिका को लेकर चिंता जताई है.

उन्होंने चीन की व्यापार नीतियों को अनुचित करार देते हुए कहा कि बीजिंग अपनी आर्थिक वृद्धि को विकृत मूल्य निर्धारण, अपारदर्शी सब्सिडी और श्रम प्रथाओं के जरिए बढ़ा रहा है, जो वैश्विक व्यापार मानकों का उल्लंघन करते हैं. पीयूष गोयल ने कहा कि 'हमें चीन से उचित मूल्य नहीं मिल रहा है' और इस स्थिति को सुधारने के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सुधार की जरूरत पर जोर दिया.

चीन और अमेरिका के व्यापार युद्ध का असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर

गोयल की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार तनाव ने वैश्विक बाजारों को हिलाकर रख दिया है. गोयल ने चेतावनी दी कि चीन का बढ़ता प्रभुत्व भारत जैसी अर्थव्यवस्थाओं के लिए नुकसानदेह हो सकता है, और इस असंतुलन को दूर करने के लिए सुधारात्मक उपायों की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, "अगर इन असंतुलनों को ठीक नहीं किया गया, तो दुनिया को एक गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है."

राहुल गांधी और चीन के बीच समझौता ज्ञापन पर उठाए सवाल

पीयूष गोयल ने राहुल गांधी द्वारा चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ किए गए समझौते पर भी सवाल उठाए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस समझौते के कारण चीन ने भारत में अपनी सस्ती वस्तुएं बड़े पैमाने पर बेचना शुरू कर दिया, जिससे भारतीय बाजार और स्थानीय विनिर्माण क्षेत्र प्रभावित हुए. गोयल ने कहा कि इस कदम से भारत चीनी उत्पादों पर निर्भर हो गया और कई स्थानीय उद्योग समाप्त हो गए.

क्या भारत के लिए चीन की व्यापार नीतियां सही हैं?

यहां तक कि गोयल ने यह भी कहा कि भारत अब तक यूपीए सरकार की नीतियों से जूझ रहा है, जिनकी वजह से देश को बड़ी आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा है. उनका मानना है कि भारत को अपनी व्यापार नीतियों में सुधार करना होगा, ताकि वह चीन जैसी मजबूत अर्थव्यवस्थाओं से सही तरीके से निपट सके.

अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध और उसका वैश्विक प्रभाव

इस बीच, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध भी अपने चरम पर पहुंच चुका है. अमेरिका ने चीन पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी है और यदि चीन ने अपनी नीति में बदलाव नहीं किया, तो अमेरिका 9 अप्रैल से 50% अतिरिक्त टैरिफ लागू करने की योजना बना रहा है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि यदि चीन ने अपने व्यापार शुल्क को वापस नहीं लिया, तो वह और कड़े कदम उठाएंगे.

क्या आगे आर्थिक संकट आएगा?

चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार तनाव के कारण वैश्विक शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट देखी गई है, जिसमें हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स में 13.2% की गिरावट दर्ज की गई. गोयल ने चेतावनी दी है कि अगर दुनिया ने जल्दी सुधारात्मक कदम नहीं उठाए, तो यह वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बड़ी समस्या बन सकती है.

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08 April 2025, 09:44 AM IST

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