Wheat Price : महंगाई से जनता को मिलेगी राहत, केंद्र सरकार ओपन मार्केट में बेचे 18.09 टन गेहूं
Wheat Price : सरकार ने कहा कि खुला बाजार बिक्री योजना (OMSS) के तहत 13 ई-नीलामी में 18.09 लाख टन गेहूं बेचे गए हैं. इससे गेहूं और आटे की बढ़ी कीमतों को काबू करने में मदद मिलेगी.
Wheat Price Hike : देश में महंगाई लगातार बढ़ती ही जारी है. फलों-सब्जियों के दाम दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से गेहूं की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है. जिसकी वजह से आटे का भाव बढ़ गया. महंगाई के इस दौर में आम नागरिकों की परेशानी और बढ़ गई है. इस बीच केंद्र सरकार ने लोगों गेहूं के दाम को काबू में करने के लिए अहम कदम उठाया है. दरअसल सरकार 18.09 लाख टन गेहूं खुले बाजार में बेचा है.
सरकार ने गेहूं की ई-नीलामी
केंद्र सरकार ने शुक्रवार 22 सितंबर को गेहूं की बिक्री को लेकर बड़ी जानकारी दी. सरकार ने कहा कि खुला बाजार बिक्री योजना (OMSS) के तहत 13 ई-नीलामी में 18.09 लाख टन गेहूं बेचे गए हैं. इससे गेहूं और आटे की बढ़ी कीमतों को काबू करने में मदद मिलेगी. यह नीमाली थोक ग्राहकों को केंद्रीय पूल से की गई है. आपको बता दें कि केंद्र सरकार मे 9 अगस्त, 2023 को घोषणा की थी कि वह थोक ग्राहकों को ओपन मार्केट सेल स्कीम के तहत अतिरिक्त 50 लाख टन गेहूं और 25 लाख टन चावल बेचेगी.
खाद्य मंत्रालय ने दी जानकारी
खाद्य मंत्रालय ने बताया कि 21 सितंबर तक कुल 13 ई-नीलामी आयोजित की गई, जिसमें योजना के तहत 18.09 लाख टन गेहूं बेचे गए. वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान पूरे देश में 480 डिपो के जरिए सप्ताह में दो लाख टन गेहूं की पेशकश की जा रही है. मंत्रालय ने आगे कहा कि हर हफ्ते ई-नीलामी में बेची गई मात्रा, प्रस्तावित मात्रा के 90 प्रतिशत से ज्यादा पर नहीं गई. यह दर्शाता है कि देशभर में गेहूं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराजा रहा है.