देश में खाद्य सामग्रियों की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है. दालों के दाम भी आसमान छू रहे हैं. अब सरकार ने दालों की मांग को पूरा करने के लिए नया कदम उठाया है.
केंद्र सरकार ने हाल ही में मोजाम्बिक, मलावी और म्यांमार से दालों के आयात के लिए समझौता किया है. सरकार ने अर्जेंटीना और ब्राजील से इस संबंध में बातचीत शुरू की है.
भारत सरकार इन देशों में पैदा हुई दालों की खरीद के लिए MOU साइन करेगा. देश में इस साल 2.28 मिलियन टन दालों का आयात हुआ है. इसमें 1.08 मिलियन टन मसूर, 0.77 मिलियन टन तुअर, 0.42 मिलियन टन उड़द दाल शामिल है.
दालों के आयात को सबसे अधिक ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, म्यांमार, मोजाम्बिक, तंजानिया, सूडान और मलावी से किया गया है. भारत तुअर दाल के मांग को पूरा करने के लिए इथियोपिया व तंजानिया में संभावनाएं देख रहा है.
देश में चना और मूंग दाल का उत्पादन कुल खपत को पूरा करता है. इसलिए इनके आयात की जरूरत नहीं होती है. दालों का प्रोडक्शन तेजी से बढ़ रहा है.
सरकार ने हाल ही में उड़द, तुअर और मसूर दाल की आयात पर से पाबंदी हटा दी थी. देश में कीमतों में बढ़ोतरी के बाद सरकार ने यह फैसला लिया था.