कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नई दिल्ली में केवेंटर्स की एक दुकान पर एक दिन के लिए बरिस्ता बनकर कोल्ड कॉफी बनाई. इस दौरान व्यापार, उद्यमिता और विरासत के मुद्दों पर दिलचस्प चर्चा हुई. केवेंटर्स के कर्मचारियों ने उन्हें कोल्ड कॉफी बनाने की प्रक्रिया दिखाने का प्रस्ताव दिया, लेकिन राहुल गांधी ने कहा, "नहीं, मैं इसे बनाऊंगा." एक ऑनलाइन वीडियो में राहुल गांधी को दूध और आइसक्रीम मिलाते, मिक्सर चलाते और केवेंटर्स की बोतल में उसे परोसते हुए दिखाया गया.
राहुल गांधी का यह दौरा केवल कोल्ड कॉफी बनाने तक सीमित नहीं था. उन्होंने केवेंटर्स के युवा संस्थापकों के साथ बाज़ार के बदलते स्वरूप और विरासत ब्रांड को आधुनिक समय में जोड़ने की चुनौतियों पर चर्चा की. उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, "केवेंटर्स जैसे व्यवसायों ने पीढ़ियों से हमारी आर्थिक वृद्धि को गति दी है. हमें उनका समर्थन करना चाहिए."
फंडिंग प्राप्त करना कठिन
राहुल गांधी ने उद्यमिता के क्षेत्र में आने वाले संघर्षों पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने बताया कि जब वह कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल यात्रा कर रहे थे, तब उन्होंने युवा बच्चों से पूछा कि वे क्या बनना चाहते हैं. अधिकतर बच्चों ने इंजीनियर, डॉक्टर, वकील या सैनिक बनने की इच्छा जताई, लेकिन किसी ने भी उद्यमी बनने की इच्छा नहीं दिखाई. उन्होंने यह भी बताया कि व्यवसाय शुरू करने में कई बाधाएं हैं. फंडिंग प्राप्त करना कठिन है, खासकर उन लोगों के लिए जिनके पास पर्याप्त पूंजी नहीं है.
जब उनसे संभावित निवेश के बारे में पूछा गया, तो राहुल गांधी ने कहा, "नहीं, मैं केवेंटर्स को देख रहा हूं, निवेश निर्णय लेने की कोशिश कर रहा हूं." First Updated : Thursday, 09 January 2025